पुलिस महानिरीक्षक आइजी रेंज जोधपुर की साइक्लोनर टीम ने ऑपरेशन आरटीआइ के तहत जैसलमेर के फलसूंड क्षेत्र में शादी समारोह में आए मादक पदार्थ तस्करी के किंग पिन सरगना को पकड़ लिया। लम्बे समय से फरार आरोपी पर एक लाख रुपए का इनाम था। शादी समारोहस्थल के बाहर पिकअप में सोए आरोपी ने पुलिस को देख पिस्तौल तानी, लेकिन पुलिस ने उसे दबोच लिया।
आइजी रेंज विकास कुमार ने बताया कि बाड़मेर जिले में नागाणा थानान्तर्गत भूरटिया गांव निवासी गोरधनराम (32) पुत्र डूंगरराम ड्रग्स तस्करी में किंग पिन है। जो चार साल से फरार था। उसकी गिरफ्तारी पर एक लाख रुपए का इनाम था। वह खुद के खर्चे से जैसलमेर जिले के फलसूंड में तीन मई को धर्म बहन के बेटे की शादी करवा रहा था। उसमें गोरधन भी आने वाला था। इस पर दो कांस्टेबल कैटर्सकर्मी बन शादी में पहुंचे। रात को गोरधन शादी में आया था, लेकिन फिर गायब हो गया था। उसके दूसरे दिन दुबारा आने की संभावना थी। पुलिस सुबह तक कैटर्सकर्मी के सहयोगी बन नजर रखे रही।
बोलेरो पिकअप में पहुंचा तस्कर
दूसरे दिन गोरधनराम ने अपने भाई को लग्जरी कार में पहले शादी समारोह स्थल भेज दिया। खुद पीछे बोलेरो पिकअप में पहुंचा। पिकअप में बिस्तर लगे हुए थे। इससे उसके वहां मौजूद होने की पुष्टि हुई। पुलिस के आने की आहट के बारे में सचेत होने की वजह उसने चारों तरफ लाइट चालू कर रखी थी। फिर वह रात को पिकअप में सो गया। अल-सुबह पुलिस ने पिकअप को घेर लिया।
पिस्तौल लेकर सोया गोरधनराम
आहट होने पर हाथ में पिस्तौल लेकर सोया गोरधनराम जागा और पुलिस पर पिस्तौल तान दी, लेकिन पहले से मुस्तैद पुलिस ने पिस्तौल छुड़ाई और गोरधनराम को पकड़ लिया। उससे 9एमएम विदेशी पिस्तौल व लोडेड दो मैग्जीन जब्त की गई है। उस पर एनडीपीएस एक्ट, मारपीट, हत्या का प्रयास, अवैध हथियार, वाहन चोरी, आगजनी, फायरिंग के कई मामले दर्ज हैं।
मंगलवार को ही ड्रग्स लेकर आता था
कई साल पहले एक ज्योतिष ने गोरधनराम को बताया था कि मंगलवार उसके लिए शुभ है और इस दिन उसका कभी नुकसान नहीं होगा। इसलिए वह मंगलवार को ही एमपी से मादक पदार्थ से भरी गाड़ी लेकर आता था। वह अकेला ही जाता था और अकेला ही ड्रग्स लेकर आता था। यही वजह है कि उसने धर्म बहन के बेटे की शादी भी मंगलवार को रखी थी, लेकिन उसी से पुलिस को सूचना मिली थी।
तीन बार पुलिस पर फायरिंग कर चुका
आरोपी गोरधनराम फायरिंग करने में कुख्यात था। उसने ठान रखी थी कि वह कभी पकड़ा नहीं जाएगा। पकड़े जाने से पहले खुद को गोली मार देगा। इसलिए वह विदेशी पिस्तौल व दो लोडेड मैग्जीन साथ रखता था। वह वर्ष 2020 में सिवाना थाना पुलिस पर फायरिंग कर भागा था। वर्ष 2023 में पचपदरा थाना पुलिस पर फायरिंग कर भाग गया था। दिसम्बर 2024 में उसकी पाली सदर थाना क्षेत्र में साइक्लोनर टीम से मुठभेड़ हुई थी और वह फायर कर भाग गया था।
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तीन मुख्य तस्कर पहले पकड़े जा चुके
गोरधनराम बाड़मेर में खरताराम व विरधाराम का खास सहयोगी था। वर्ष 2018 में पाली पुलिस से मुठभेड़ में खरताराम की मृत्यु हो गई थी। कुछ महीने पहले विरधाराम की सड़क हादसे में मृत्यु हुई थी। इसके बाद वह स्वतंत्र रूप से तस्करी करने लग गया था। साइक्लोनर टीम ने पहले 70 हजार रुपए के इनामी सांवराराम उर्फ सांवरिया को पकड़ा था। फिर 50 हजार रुपए के आरोपी भजनलाल और एक लाख रुपए के आरोपी हनुमानराम को पकड़ा था। अब तस्करी के चौथे प्रमुख स्तम्भ गोरधन को पकड़ा।