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राजस्थान की बहू, सेना की शेरनी: प्रेरणा सिंह की कहानी जिसने परंपरा और पराक्रम को जोड़ा जानकारी के अनुसार, पहले ब्लैकआउट रात 12.15 बजे से लागू होना था, लेकिन जिला कलेक्टर द्वारा सुरक्षा स्थिति की समीक्षा के बाद ब्लैकआउट को अचानक रात 9.30 बजे से ही लागू कर दिया गया। इसी दौरान शहर में एक विवाह समारोह चल रहा था, जहां शादी की रस्में अपने अंतिम चरण में थीं।
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बाड़मेर, जैसलमेर, जोधपुर, पाली, बीकानेर से आ रही बड़ी खबरें, बंकर बना रहे, गावों में अलर्ट … ताजा जानकारी लाइटें बंद होते ही शादी समारोह में मौजूद लोग थोड़े समय के लिए असहज जरूर हुए, लेकिन माहौल जल्द ही भावनात्मक और देशभक्ति से भर गया। दूल्हा और दुल्हन बिना किसी रोशनी के अंधेरे में साथ फेरे लेते रहे। परिजन और मेहमानों ने मोबाइल फोन की बेहद ही हल्की रोशनी में फेरे कराए।