CG News: आंगनबाड़ी केंद्रों का हाल पूरी तरह से बदहाल
सरकार द्वारा चलाए जा रहे पोषण आहार योजना का उद्देश्य गर्भवती माताओं और छोटे बच्चों को आवश्यक पोषण उपलब्ध कराना है, जिससे उनका शारीरिक और मानसिक विकास सही ढंग से हो सके। इसके तहत
आंगनबाड़ी केंद्रों पर गर्म भोजन और अन्य पोषक सामग्री वितरित की जाती है। इसके लिए प्रत्येक माह निर्धारित समय पर समितियों के खातों में धनराशि ट्रांसफर की जाती है, जिससे समय पर पोषण सामग्री की पहुंच सके।
कंदाड़ी, खैरीपदार, जैसे सुधुर अंचल के आंगनबाड़ी केंद्रों का हाल पूरी तरह से बदहाल है। आंगनबाड़ी केंद्र के निरीक्षण में पाया गया कि इन केंद्रों पर बच्चों और गर्भवती माताओं को गर्म भोजन नाम मात्र का मिल रहा है। खैरी पदर की सहायिका ने कहा खाद्यान नहीं हैं जैसे केंद्र पे रहता हैं वैसे बनाती हूं।
छोटे-छोटे बच्चों के पोषण पर पड़ा असर
CG News: जय लक्ष्मी स्वयं सहायता समूह द्वारा 30 केंद्र में खाद्यान वितरण किया जा रहा हैं जिसका हर महीने की 4 से 5 तारीख के बीच केंद्रों पर सामान पहुंच जाना चाहिए। समिति अधिकारियों से मिलीभगत कर सिर्फ और सिर्फ कागजों में खाद्यान का वितरण करता हैं। छोटे-छोटे बच्चों के
पोषण पर असर पड़ा है। अगर सुपरवाइजर अपना ड्यूटी पे अटल रहती तो आज पोषक आहार से बच्चे दूर नहीं होते।
यह स्थिति न केवल प्रशासनिक लापरवाही को उजागर करती है, बल्कि यह संवेदनशील क्षेत्र के बच्चों के भविष्य पर भी प्रश्नचिह्न लगाती है। इस समस्या बच्चों की सेहत और उनके जीवन पर गंभीर प्रभाव पड़ेगा। इस संबध में सीमा सिंह परियोजना अधिकारी प्रभारी पखांजूर/कोयलीबेड़ा ने बताया आपके माध्यम से जानकारी मिली है। संपूर्ण जानकारी सुपरवाइजर से लेकर जांच करवाती हूं।