युवती को इस शर्त पर छोड़ा जब उससे 50 रुपए के स्टांप पेपर पर लिखवाया कि चोरी की रकम अपने
मासिक वेतन से किस्तों में पैसे वापस लौटाएगी। वहीं व्यापारी ने लड़की की मां और बहन से भी स्टाम्प पेपर पर हस्ताक्षर करवाकर लड़की के पासबुक, जाति प्रमाण पत्र, शैक्षणिक प्रमाण पत्र भी ज़ब्त किया है।
CG News: इससे व्यथित होकर युवती ने थाने में रिपोर्ट लिखाई है कि अरिहंत दुकान के मालिक ने ज़बरदस्ती रोक कर हस्ताक्षर करवाए हैं और मेरी मां और बहन को भी प्रताड़ित किया गया है। सारे सर्टिफिकेट ज़ब्त कर लिए हैं। शनिवार को कांकेर थाना में रिपोर्ट लिखवाने के बाद मेघा कांगे ने पुलिस द्वारा
न्याय की गुहार लगाई है। क़ानून को हाथ में लेने वाले दुकानदार को आदिवासी प्रताड़ना क़ानून के तहत गिरफ़्तार करने की मांग की है।