टीम ने दी दबिश तो नहीं मिली फर्म, हुआ यह खुलासा
मुख्यालय से मिले रेड कार्रवाई के निर्देश पर जीएसटी की टीम ने माधवनगर के रॉबर्ट लाइन पहुंची। जब यहां पर फर्म की तलाश की तो कोई भारतीय इंटरप्राइजेज नाम की फर्म नहीं मिली। कंपनी द्वारा 2024 में नानकी बाई चावला के नाम का किरायानामा लगाया गया है, जब उनके परिजनों से पूछताछ की गई तो पता चला कि इनकी मौत 2009 में हो गई है। उनके फर्जी हस्ताक्षर व किरायानामा बनवाकर कंपनी कार्यालय होने का उल्लेख किया गया है।
बड़ी चेन का है अनुमान
बताया जा रहा है कि इस खेल में बड़ी चेन शामिल है। आयरन स्क्रैप के नाम पर करोड़ों का खेल किया जा रहा है। जीएसटी टीम को प्रारंभिक जांच में 10 करोड़ रुपए से अधिक के ट्रांजेक्शन की रिपोर्ट हाथ लगी है। तीनों जिलों को मिलाकर कई करोड़ रुपए बताए जा रहे हैं। करोड़ रुपए के इनपुट टैक्स क्रेडिट चोरी का अनुमान लगाया जा रहा है। इस मामले की जीएसटी द्वारा व्यापक स्तर की जांच की जा रही है। इस फर्म के संचालकों का पता लगाया जा रहा है।
जीएसटी मुख्यालय के निर्देश पर रॉबर्ट लाइन में संचालित होने वाली आयरन स्क्रैप की भारती इंटरप्राइजेज फर्म की जांच की गई है। यहां पर कोई फर्म नहीं मिली। जिस महिला के नाम का किरायानामा लगा है उनकी मौत 2009 में हो चुकी है। करोड़ों रुपए के ट्रांजेक्शन हुए है। बड़े पैमाने पर इनपुट टैक्स क्रेडिट चोरी की आशंका है। जांच पूरी होने के बाद भी इसमें कुछ बताया जा सकेगा।
प्रकाश सिंह, उपायुक्त जीएसटी।