रंजीता के पुत्र के पास पहले से ही केरोसिन मौजूद था। रंजीता नायब तहसीलदार की न्यायालय में जाकर उनसे बात करने लगी और अचानक भड़क उठी। बेटे से केन ली और अपने ऊपर केरोसिन उड़ेलने लगी। नायब तहसीलदार से कहा कि आपको पता है कि मैं कितने दिनों से परेशान हूं, इसके बावजूद आप फैसला नहीं कर रही हैं। इस दौरान रंजीता का पुत्र मौके पर मौजूद लोगों से माचिस मांगता रहा।
इनका कहना
एसडीओपी उमराव सिंह ने कहा कि पूर्व विधायक की पत्नी ने तहसील कार्यालय में आत्मदाह करने का प्रयास किया है। उन्होंने बताया कि उनकी जमीन पर कब्जा हो गया है। तहसील कार्यालय से आदेश मिलने पर कब्जेधारी पर नियमानुसार कार्रवाई करने का प्रावधान है। प्रकरण की जांच की जा रही है।
यह है मामला
बड़वारा निवासी रंजीता सिंह ने 15 सितंबर 2021 को जहान सिंह नामक व्यक्ति से 1176 वर्ग फुट प्लॉट खरीदा था। इस जमीन पर वर्तमान समय में दूसरे व्यक्ति का कब्जा है। रंजीता सिंह का कहना है, छह माह से चक्कर लगा रही हैं। लेकिन नायब तहसीलदार ने कोई कार्रवाई नहीं की। मामले में नायब तहसीलदार अनुराधा सिंह ने कहा कि बड़वारा प्रकरण में अनावेदक 1995 से काबिज है, जबकि आवेदिका के नाम पर भूमि 2021 में दर्ज हुई है। मामला विवादित होने के कारण निर्णय नहीं हो पाया है। रंजीता सिंह के आरोप निराधार हैं।