घटना की गंभीरता को देखते हुए कबीरधाम पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह स्वयं मौके पर पहुंचे और घटना स्थल का निरीक्षण कर जांच टीमों को स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए। एफएसएल यूनिट, डॉग स्क्वाड और तकनीकी विश्लेषण इकाई को तत्काल सक्रिय किया गया। वहीं स्थानीय पुलिस बल को हर संभावित पहलू पर काम करने के निर्देश दिए गए। पुलिस की जांच में सामने आया कि बालिका की हत्या गांव के ही राजीव घृतलहरे पिता भगवाली(35) द्वारा की गई।
पुलिस अधीक्षक सिंह ने बताया कि आरोपी का पीड़िता के पिता से लंबे समय से भूमि विवाद चला आ रहा था। इसके अतिरिक्त वह नाबालिग बालिका पर पूर्व से ही गंदी नजर रखता था। जांच में यह बात भी उजागर हुई कि आरोपी अक्सर बहाने से आसपास मंडराता था और बालिका की गतिविधियों पर नजर रखता था।
बुधवार की सुबह उसने यह सुनिश्चित किया कि बालिका घर में अकेली है। जब उसे यकीन हो गया कि उसके परिवार के सदस्य घर पर नहीं हैं तो वह भीतर घुसा। उसने बालिका के साथ जबरन बलात्कार का प्रयास किया, लेकिन बालिका ने इसका विरोध किया। आरोपी के साथ झूमाझटकी हुई। बालिका जब शोर मचाते हुए भागने लगी तो आरोपी ने उसे खींचकर कोठार के पास ले गया और वहां रखे सब्बल से बालिका की हत्या कर दी।
घर में अकेली थी बालिका
घटना के समय बालिका के माता-पिता खेत में काम करने गए थे। छोटा भाई स्कूल गया था जब वह लौटा तो उसने घटना की जानकारी पड़ोसियों को दी, जिसके बाद माता-पिता पहुंचे। पुलिस को सूचना मिलने पर मौके में पहुंचकर जांच पड़ताल की गई। जबकि आरोपी वारदात को अंजाम देकर फरार हो चुका था, जिसे बेमेतरा के नवागढ़ से गिरफ्तार किया गया।
कानून को अपने हाथ में न लें
पुलिस अधीक्षक धर्मेन्द्र सिंह ने कहा कि कोई भी व्यक्ति कानून को अपने हाथ में लेने की कोशिश न करे। यदि किसी को किसी पर संदेह या जानकारी हो तो तत्काल पुलिस को सूचित करें। पीड़िता को न्याय दिलाने की दिशा में यह पुलिस की एक निर्णायक और संवेदनशील पहल है जिससे समाज में कानून के प्रति विश्वास और मजबूत होगा।
रात में ही हिरासत में ले लिया था
घटना के बाद जिला पुलिस ने तत्परता दिखाते हुए चारों दिशाओं में नाकेबंदी कर दी और संभावित संदिग्धों की तलाश शुरू की। पूछताछ और साक्ष्यों के विश्लेषण के दौरान आरोपी की पहचान हुई और उसे बेमेतरा जिले के नवागढ़ में छुपा था। पुलिस ने वहां से उसे हिरासत में लिया। गहन पूछताछ में उसने अपना अपराध स्वीकार कर लिया। उसके मेमोरेंडम कथन और तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर थाना पांडातराई में धारा 103(2), 332(1) बीएनएस और धारा 8 पोक्सो एक्ट के तहत अपराध दर्ज किया गया है। आरोपी की गिरफ्तारी में थाना प्रभारी निरीक्षक कमलाकांत शुक्ला, साइबर सेल प्रभारी निरीक्षक मनीष मिश्रा, थाना कुंडा प्रभारी निरीक्षक महेश प्रधान, एएसआई रघुवंश पाटिल, रूपेंद्र सिंह, संजीव तिवारी, प्रधान आरक्षक चुम्मन साहू, अभिनव तिवारी, आरक्षक गज्जू राजपूत, मनीष सिंह, मार्तंड चंद्रवंशी, छोटेलाल यादव, महिला आरक्षक अंजलि बर्मा का योगदान रहा।
ढ़ाई साल में 64 हत्याएं हो चुकी
कबीरधाम जिला में हत्या, बलात्कार, लूटपाट, अपहरण जैसे अपराध बढ़ते ही जा रहे हैं। वर्ष जनवरी 2023 से 20 जून 2025 तक मतलब ढ़ाई साल के दौरान जिले के विभिन्न थाना अंतर्गत कुल 64 हत्याएं हुई। इसी तरह से
बलात्कार के 124, लूटमार के 31, चोरी के 248 और अपहरण/व्यपहरण के 221 मामले दर्ज किए गए। यह कबीरधाम जैसे शांत कहे जाने वाले जिले के हिसाब से अत्यधिक अपराध हैं।