पेड़ों को काटकर किया था अतिक्रमण
अतिक्रमण हटाने आए अधिकारियों ने बताया कि अतिक्रमणकारी यहां लगे पेड़ों को काटकर उस पर खेती कर रहे थे। प्रशासन को जब इसकी सूचना मिली तो उन्होंने जमीन को मुक्त करने के निर्देश जारी किए थे। जब निर्देश को अनदेखा किया और उसका पालन नहीं किया गया। तब गुरुवार को यह कार्रवाई की गई है। यह कार्रवाई
खंडवा कलेक्टर अनूप कुमार सिंह, एसपी मनोज कुमार राय और डीएफओ राकेश डामोर की देख रेख में की गई है। इस कार्रवाई के दौरान वन विभाग, राजस्व की टीम भारी पुलिस बल मौके मौजूद थी।
CCTV में कैद हुई ननद-भाभी की करतूत, दो दिन बाद पुलिस ने सुलझाया केस इतनी वन भूमि पर है अतिक्रमण
साल 2022 में संसद में तत्कालीन पर्यावरण राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने बताया था कि भारत में 3 लाख हेक्टेयर से अधिक आरक्षित वन भूमि अतिक्रमण के दायरे में है। इसमें
मध्य प्रदेश सबसे अव्वल स्थान पर आता है। पर्यावरण राज्य मंत्री ने बताया था कि मध्य प्रदेश में 54,000 हेक्टेयर से अधिक आरक्षित वन क्षेत्र पर अतिक्रमण के दायरे में आता है जो देश में सबसे ज्यादा है। वहीं, 2023 में ये आंकड़ा बढ़कर 54,173.28 हेक्टेयर तक पहुंच गया था।