scriptमानसून आने से पहले राजस्थान के इन बांधों से आई बड़ी खुशखबरी, जानें विभाग की लेटेस्ट रिपोर्ट | Rajasthan's Dams Dried Before Monsoon 2025 But Hadoti Dam Still Have 72.95% Water According To Latest Report Of Department | Patrika News
कोटा

मानसून आने से पहले राजस्थान के इन बांधों से आई बड़ी खुशखबरी, जानें विभाग की लेटेस्ट रिपोर्ट

Water Resources Department Report: जल संसाधन विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में वर्तमान में सबसे अधिक पानी कोटा संभाग के बांधों में है। वर्तमान में हाड़ौती के बांधों में 72.95% पानी भरा हुआ है।

कोटाJun 09, 2025 / 01:41 pm

Akshita Deora

राजस्थान के बांध का फाइल फोटो (फोटो: पत्रिका)

रणजीतसिंह सौलंकी

प्रदेश में प्री-मानसून बारिश के बाद मौसम फिर से तल्ख हो गया है। भीषण गर्मी और लू के थपेड़ों ने प्रदेशवासियों को झकझोर दिया है। ऐसे में अब पानी की मांग अचानक बढ़ गई है। राजस्थान के ज्यादातर जिलों के बांधों में पानी पैंदे में चला गया है। लोग मानसून की आस लगाए बैठे हैं। प्रदेश के 691 बांधों में से 368 खाली हो गए हैं। वहीं हाड़ौती में प्रदेश से अलग स्थिति है। यहां के बांधों में पर्याप्त पानी है। ऐसे में अगर मानसून में देरी रहती है या कमजोर रहता है तब भी न तो जलापूर्ति में समस्या होगी और न सिंचाई में परेशानी आएगी।
जल संसाधन विभाग की ताजा रिपोर्ट के अनुसार प्रदेश में वर्तमान में सबसे अधिक पानी कोटा संभाग के बांधों में है। वर्तमान में हाड़ौती के बांधों में 72.95% पानी भरा हुआ है, जबकि जोधपुर संभाग के बांधों में पानी पैंदे में बैठ गया है। जोधपुर संभाग के बांधों में सिर्फ 12.44% ही पानी स्टॉरेज में है।

गांधी सागर बांध : तीन साल तक दिक्कत नहीं

चम्बल नदी के चारों प्रमुख बांधों में पर्याप्त पानी भरा हुआ है। मध्यप्रदेश की सीमा में बने गांधी सागर बांध में पर्याप्त पानी है। 1312 फीट इसकी भराव क्षमता है। 15 मई के आंकड़ों के अनुसार 1295.74 जल स्तर है। मध्यप्रदेश सरकार की ओर से चंबल नदी के सबसे बड़े बांध गांधीसागर पर 1920 मेगावाट की पंप स्टोरेज परियोजना का निर्माण किया जा रहा है। इस वजह से 10 मई को गांधीसागर बांध के पांच स्लूज गेट खोलकर लगभग 89 हजार क्यूसेक पानी की निकासी शुरू की गई। इससे राणा प्रताप सागर (आरपीएस) बांध भर गया। कोटा बैराज पूरा भरा हुआ है।

कोटा जिले के छोटे बांध खाली

कोटा जिले में मध्यम, लघु श्रेणी के चार बांध है, जिनकी कुल जल भराव क्षमता 1208.410 मिलियन क्यूबिक मीटर है। इसके मुकाबले 27.634 मिलियन क्यूबिक मीटर पानी ही है। जो 8.28 प्रतिशत है। नवनेरा बांध बनकर तैयार हो गया है, लेकिन इसमें जल स्टॉरेज नहीं किया जा रहा है।

संभागवार बांधों में पानी की स्थिति

संभाग – बांध भराव – पानी की प्रतिशत – क्षमता – उपलब्धता

कोटा – 81 – 4475.95 – 3265.42 – 72.95%

जयपुर – 252 – 2828.34 – 1083.52 – 38.31%
जोधपुर – 117 – 980.39 – 121.94 – 12.44%

बांसवाड़ा – 63 – 2765.45 – 1046.10 – 37.83%

उदयपुर – 178 – 1850.69 – 442.87 – 23.93%

(स्रोत जल संसाधन विभाग : (कुल जल भराव क्षमता क्यूबीक मीटर है )
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चम्बल के बांधों में कितना पानी

बांध – कितना भरा – प्रतिशत

राणाप्रताप सागर – 2800.288 – 96.39%

जवाहर सागर – 61.844 – 92.14%

कोटा बैराज – 109.910 – 98.08%

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जिलेवार बांधों में पानी

जिला – भराव क्षमता – वर्तमान भराव – प्रतिशत
कोटा – 333.930 – 27.634 – 8.28%

बारां – 202.720 – 23.220 – 11.45%

बूंदी – 183.280 – 42.560 – 23.22%

झालावाड़ – 488.480 – 151.128 – 30.94%

(पानी की उपलब्धतता मिलियन क्यूबिक मीटर में है)

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