रैदास

प्रेम नहिं छिप सकई, लाख छिपाए कोय।
प्रेम न मुख खोलै कभऊं, नैन देत हैं रोय॥
कबीर

कबीर हद से ज्यादा प्रेम कर, जीवन में सच्चाई पाए।
प्रेम ही जग का सार है, प्रेम से हर दूरी घटाए॥
मीरा

सच्चा प्रेम न देखा जाए, बस इसे दिल में समर्पण॥
सूरदास

प्रेम से सजीव जीवन, जैसे गुलाब में रंग छुपे॥
तुलसीदास

बिना प्रेम सब खो जाता, प्रेम से ही उभरता संसार है॥
कृष्णदास

प्रेम से ही रचनाएं होतीं, प्रेम में हर भाव होता बोल॥
रवींद्रनाथ ठाकुर

प्रेम में हर रंग समाहित, प्रेम से ही सब कुछ पाया जाए॥
रामकृष्ण परमहंस

प्रेम ही है ब्रह्म का रूप, प्रेम में समाहित सब कुछ॥ इसे भी पढ़ें- Rose Day Wishes & Quotes: रोज डे पर खास लोगों को भेजे खास संदेश, कोट्स से कराएं मोहब्बत का अहसास
संत तुकाराम

प्रेम से सब दुख दूर होते, प्रेम ही सत्य का पहलू बने॥
संजीव कुमार

प्रेम से दिल जो जुड़ जाए, वही सच्ची पहचान हो प्यारे से॥
नमदेव

प्रेम में ही सच्चा आनंद है, प्रेम से ही जीवन में खुशी बसी है॥
विवेकानंद

प्रेम से ही मानवता को, शक्ति और बल मिलते जाए॥
जगजीत सिंह

प्रेम से ही जीवन में रंग है, प्रेम से हर जख्म भरता है॥ इसे भी पढ़ें- चावल पाउडर से ऐसे बनाएं जादुई फेस पैक, वैलेंटाइन डे पर चेहरा देख पार्टनर हो जायेगा फ