भारत में सांप के काटने के आंकड़े चौंकाने वाले हैं
कौन से सांप सबसे ज्यादा काटते हैं
भारत में सांपों की हजारों प्रजातियां हैं, लेकिन सांप के काटने के 90% मामलों में चार प्रजातियां जिम्मेदार होती हैं:-कॉमन क्रेट (Common Krait)
-इंडियन कोबरा (Indian Cobra)
-रसेल वाइपर (Russell’s Viper)
-सॉ स्केल्ड वाइपर (Saw-scaled Viper)
इन चारों को ‘Big Four Snakes’ कहा जाता है और इनका जहर बेहद घातक होता है। समय पर इलाज न मिले तो ये सांप कुछ घंटों में ही इंसान की जान ले सकते हैं।
तीन बड़ी गलतियां जो जहर को तेजी से फैला सकती हैं
सबसे पहले घबराना नहीं है
सांप के काटने पर शांत रहना जरूरी है, क्योंकि घबराने से जहर तेजी से शरीर में फैल सकता है।सही सूझ-बूझ से समय रहते इलाज करना जान बचा सकता है।काटे गए हिस्से को चूसना या काटना
पुराने जमाने में यह आम सलाह दी जाती थी कि जहर को मुंह से चूसकर निकाल दें। लेकिन यह तरीका न सिर्फ बेअसर है, बल्कि खतरनाक भी हो सकता है। इससे जहर मुंह में फैल सकता है और चूसने वाले व्यक्ति को भी खतरा हो सकता है।टाइट पट्टी बांधना
कई लोग काटे गए हिस्से पर रबर या कपड़ा कसकर बांध देते हैं ताकि जहर न फैले। लेकिन यह तरीका गलत है क्योंकि इससे ब्लड सर्कुलेशन रुक जाता है, और जब पट्टी हटाई जाती है तो जहर तेजी से पूरे शरीर में फैल जाता है। इसके अलावा यह टिशू डैमेज और गैंगरीन का कारण बन सकता है।सांप के काटने के तुरंत बाद क्या करें ((Snake Bite Treatment in Hindi)
शांत रहें और घबराएं नहीं: जहर का असर तेज तब होता है जब दिल की धड़कन बढ़ जाती है। इसलिए शांत रहना जरूरी है।काटे गए अंग को स्थिर रखें: कोशिश करें कि जिस हिस्से को सांप ने काटा है, वह हिलने न पाए।