सपा अध्यक्ष ने सवाल उठाया कि क्या आयात शुल्क में कटौती महज कुछ चुनिंदा कारोबारियों को फायदा पहुंचाने के लिए की गई है? उन्होंने कहा कि अब खुद भाजपा सरकार मान रही है कि महंगाई बेकाबू हो चुकी है और अगर इसे जल्दी नहीं रोका गया, तो जनता भाजपा नेताओं के घरों के बाहर प्रदर्शन करने लगेगी।
एक अधिकतम लाभ सीमा तय करे सरकार: अखिलेश यादव
उन्होंने सुझाव दिया कि सरकार खाद्य पदार्थों पर एक अधिकतम लाभ सीमा तय करे, ताकि कंपनियां जरूरत से ज्यादा मुनाफा न कमा सकें। लेकिन इसके लिए पहले भाजपा को यह संकल्प लेना होगा कि वह खाद्य कंपनियों से राजनीतिक चंदा लेना बंद करेगी, क्योंकि अंततः यह बोझ आम जनता पर ही पड़ता है। अखिलेश यादव ने तंज कसते हुए कहा कि भाजपा की नीतियों में कभी दाम नियंत्रण की भावना नहीं रही। उनके अनुसार, महंगाई रोकने के लिए ईमानदार नीयत की जरूरत है, जो भाजपा शासन में नहीं दिखती।
“सांप घोटाले” पर दी प्रतिक्रिया
मध्य प्रदेश में कथित “सांप घोटाले” पर टिप्पणी करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा शासन में भ्रष्टाचार चरम पर है, जहां एक ही व्यक्ति को बार-बार मृत दिखाकर सरकारी धन की लूट की जा रही है।