योगी ने सफाई कर्मियों पर की पुष्पवर्षा
सीएम योगी ने सरकार के बाद सफाईकर्मियों के सम्मान के पहले सार्वजनिक आयोजन की जमकर प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि कार्य संपन्न होने के बाद अक्सर हर व्यक्ति अपनी राह पकड़कर आगे की सोचने लगता है। नींव पर बनी इमारत में सब रहते हैं, लेकिन पत्थर भुला दिए जाते हैं। उनके महत्व को विस्मृत कर दिया जाता है। ‘महाकुंभ की नींव’ को जिन स्वच्छता कर्मियों ने सुदृढ़ करने का प्रयास किया, जिनकी बदौलत यह दिव्य-भव्य महाकुंभ हो पाया। उनके सम्मान का यह कार्यक्रम अभिभूत करने वाला है। यूएस, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूके से लोगों के फोन आए
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोई भी आयोजन सफलता की ऊंचाई पर तब पहुंचता है, जब सब लोग सामूहिक भाव के साथ मिलकर प्रयास करते हैं। सामूहिक प्रयास का परिणाम सफलता होती है। सामूहिक प्रयास को जब सकारात्मक भाव के साथ देखते हैं तो समाज के लिए वह प्रेरणा बन जाती है। प्रयागराज में भी ऐसा ही हुआ। बुजुर्ग माता-पिता को महाकुंभ में स्नान कराने के लिए यूएस, ऑस्ट्रेलिया, कनाडा, यूके समेत तमाम देशों से लोगों के फोन आए।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का विजन था
उन्होंने आगे कहा कि जो भी महाकुंभ में आया, उसने सफाई और सुरक्षाकर्मियों की प्रशंसा अवश्य की। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने विजन दिया था कि हमारे आयोजन लोगों को अंतःकरण से संतुष्टि दे सकें क्योंकि स्वच्छता अंतःकरण की संतुष्टि का पहला और व्यवहार दूसरा पैमाना होता है। उन्होंने बताया कि मैं आयोजन संपन्न होने के बाद 27 फरवरी को प्रयागराज गया था। वहां सबसे पहले मां गंगा के प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करने के लिए दोनों उपमुख्यमंत्री और अन्य मंत्रियों संग स्वच्छता अभियान चलाया। फिर मां गंगा का पूजन कर कृतज्ञता ज्ञापित की, क्योंकि इतना बड़ा आयोजन उन्हीं की कृपा से संपन्न हुआ। फिर स्वच्छता कर्मियों का सम्मान व सहभोज भी किया। उनके न्यूनतम वेतन की मांग को जल्द लागू करने जा रहे हैं।