Lucknow Gold Market: अक्षय तृतीया पर लखनऊ में बिकी 27 किलो सोना और 300 किलो चांदी, बाजारों में रही देर रात तक रौनक
Lucknow Gold Akshaya Tritiya: अक्षय तृतीया के शुभ अवसर पर लखनऊ के बाजारों में खरीदारों की भारी भीड़ उमड़ी। महंगे सोने के बावजूद करीब 27 किलो सोना और 300 किलो चांदी बिकी। आकर्षक ऑफर्स, हल्के वजन की डिजाइनर ज्वेलरी और शुभ मुहूर्त ने सर्राफा बाजारों को देर रात तक गुलजार बनाए रखा।
सोने की कीमतों में उछाल के बावजूद सर्राफा बाजारों में रिकॉर्ड तोड़ बिक्री, ग्राहकों को लुभाने के लिए फैंसी डिज़ाइनों और मेकिंग चार्ज में भारी छूट का ऑफर
Lucknow Gold Rate: अक्षय तृतीया का पर्व एक बार फिर लखनऊ के सर्राफा बाजारों के लिए सौभाग्य लेकर आया। बढ़ती महंगाई और सोने-चांदी की आसमान छूती कीमतों के बावजूद राजधानी लखनऊ में रिकॉर्ड तोड़ खरीदारी देखने को मिली। लखनऊ सर्राफा एसोसिएशन के वरिष्ठ उपाध्यक्ष अदीश कुमार जैन के अनुसार बुधवार देर रात तक बाजारों में करीब 27 किलो सोना (लगभग ₹26 करोड़) और 300 किलो चांदी (करीब ₹3 करोड़) की बिक्री दर्ज की गई।
यह पर्व न केवल आस्था और परंपरा का प्रतीक है, बल्कि आर्थिक गतिविधियों के लिहाज से भी बेहद महत्वपूर्ण माना जाता है। अक्षय तृतीया को अबूझ मुहूर्त माना जाता है, एक ऐसा दिन जब बिना किसी पंचांग या ज्योतिषीय सलाह के कोई भी शुभ कार्य किया जा सकता है। यही कारण है कि इस दिन लोग नई चीजों की खरीदारी को बेहद शुभ मानते हैं, खासकर सोने और चांदी के आभूषणों की।
मेकिंग चार्ज में छूट और विदेशी डिजाइनों का जलवा
लखनऊ के प्रमुख सर्राफा दुकानदारों ने ग्राहकों को आकर्षित करने के लिए विशेष छूट और उपहार योजनाएं पेश कीं। कई दुकानों पर आभूषणों के मेकिंग चार्ज पर 20% से 30% तक की छूट दी गई, जबकि कुछ ब्रांड्स ने ग्राहकों को गिफ्ट कूपन और ड्रॉ स्कीम का लाभ भी दिया। इस बार खास बात यह रही कि टर्की और ताइवान की ज्वेलरी डिज़ाइनों को लेकर ग्राहकों में जबरदस्त उत्साह देखा गया। खासकर इटेलियन और टर्किश फिनिशिंग वाले फैंसी डिजाइन की भारी मांग रही।
सोने की कीमतों में उछाल के कारण उपभोक्ताओं का झुकाव कम वजन वाले फैंसी आभूषणों की ओर रहा। बुलियान ज्वेलर्स एसोसिएशन नॉर्थ इंडिया के हेड अनुराग रस्तोगी के अनुसार, “ग्राहक अब ऐसे डिजाइन पसंद कर रहे हैं जो स्टाइलिश भी हों और बजट के भीतर भी आएं। मशीन से बने लाइटवेट और स्टाइलिश पीस, विशेष रूप से युवा पीढ़ी में हिट रहे हैं।”
18 कैरेट ज्वेलरी बनी पहली पसंद
जहां पहले 22 कैरेट गहने आम थे, अब बढ़ती कीमतों के कारण ग्राहकों का रुझान 18 कैरेट गहनों की ओर हो रहा है। अंगूठियां, कंगन और चेन जैसे आभूषणों में यह ट्रेंड साफ देखने को मिला। सर्राफा दुकानदारों का कहना है कि 18 कैरेट गहनों में डिजाइन की विविधता अधिक होती है और कीमत भी अपेक्षाकृत कम होती है, जिससे मध्यम वर्गीय ग्राहक भी संतुष्ट हैं।
इस साल अक्षय तृतीया के बाद लग्न के कई शुभ मुहूर्त हैं। लखनऊ में आने वाले दिनों में करीब 5000 शादियां होने की उम्मीद है, जिस कारण बाजार में एंटीक डिजाइन वाले गहनों की मांग भी बढ़ गई है। दुकानदारों ने अपने शो-रूम को खूबसूरत लाइटिंग, फूलों और पारंपरिक सजावट से सजाया, जिससे खरीदारों को एक खास त्योहार जैसा अनुभव मिला।
हीरे और प्लैटिनम की ओर भी बढ़ता रुझान
गौर करने वाली बात यह भी रही कि इस बार सिर्फ सोना-चांदी ही नहीं, बल्कि हीरे और प्लैटिनम ज्वेलरी की ओर भी लोगों का रुझान बढ़ा है। खासकर उन ग्राहकों में जो कुछ यूनिक और क्लासी पहनना चाहते हैं, उन्होंने हीरे की ज्वेलरी को अधिक प्राथमिकता दी।
रियल एस्टेट और ऑटो सेक्टर में भी रही रौनक
अक्षय तृतीया का प्रभाव सिर्फ सर्राफा बाजार तक ही सीमित नहीं रहा, बल्कि रियल एस्टेट और ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी ज़बरदस्त उत्साह देखा गया। नई गाड़ियां खरीदने और प्रॉपर्टी में निवेश करने वालों की भीड़ ने बाज़ारों को देर रात तक जीवंत बनाए रखा।
उम्मीद से अधिक हुआ कारोबार
सर्राफा व्यापारियों को इस साल अक्षय तृतीया पर उत्तर प्रदेश भर में 50 करोड़ रुपये से अधिक के कारोबार की उम्मीद थी, जो कि मौजूदा ट्रेंड को देखते हुए पूरी होती नजर आ रही है।
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