आगरा से लाए गए चार लोग
दरअसल, रविवार को आगरा से पुलिस अरशद के दो पड़ोसी समेत चार लोगों को पूछताछ के लिए लखनऊ लेकर आई थी। पुलिस अधिकारियों ने बदर की जमीन का आधा हिस्सा खरीदने वाले अलीम, पड़ोसी आफताब और जितेंद्र व उसके पिता से पूछताछ की। पूछताछ में चारों ने पुलिस को बदर से जुड़ी कई अहम जानकारियां दी हैं। इसमें बदर कहां जा सकता है और उसकी कौन लोग मदद कर सकते हैं जैसे सवाल का उत्तर शामिल है। इन्हीं जानकारी के आधार पर पुलिस की चार टीमें आगरा,
कानपुर, फिरोजाबाद और दिल्ली रवाना की गई हैं।
हत्या के बाद बदर ने पड़ोसी को किया था फोन
पुलिस अफसरों का कहना है कि पूछताछ के बाद सभी को वापस आगरा भेज दिया जाएगा। अरशद के बनाए गए वीडियो के बारे में भी लोगों से पूछताछ की गई है। 18 दिसंबर को जितेंद्र अरशद के घर पर गया था। हालांकि मारपीट जैसी घटना की पुष्टि नहीं हुई है। छानबीन में सामने आया है कि हत्या के बाद बदर ने पड़ोसी को फोन किया था। अंतिम बार पुलिस चौकी के पास दिखा था बदर
बदर को सिर्फ लोको पुलिस चौकी के पास लगे सीसीटीवी कैमरे में देखा गया है। चारबाग और आसपास के कैमरे खंगाल रही पुलिस को किसी दूसरे कैमरे में बदर नहीं दिखा है। ऐसे में माना जा रहा है कि बदर पैदल जाने के बजाए ऑटो या टेंपो से शहर से बाहर निकला था। पुलिस बदर के परिजनों पर नजर बनाए हुए है।
क्या है पूरा मामला?
आगरा निवासी अरशद ने पिता के साथ मिलकर मां अस्मा (49), बहनें अल्शिया (19), रहमीन (18), अक्सा (16) और आलिया (9) की चारबाग के होटल में हत्या कर दी थी। आरोपी 30 दिसंबर को लखनऊ आए थे। दो दिन के लिए होटल का कमरा बुक कराया था। 31 दिसंबर की रात में दोनों ने सामूहिक हत्याकांड को अंजाम दिया था अरशद ने इस दौरान वीडियो भी बनाया था। वारदात के बाद अरशद ने सरेंडर कर दिया था, जबकि बदर भाग निकला था।