गाजियाबाद में 18 जनवरी तक अवकाश
गाजियाबाद जिला प्रशासन ने ठंड और शीतलहर को देखते हुए यह फैसला लिया। जिले में कक्षा 8 तक के सभी स्कूलों को 18 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। इस निर्णय से हजारों छात्रों को राहत मिलेगी, क्योंकि तापमान में गिरावट और शीतलहर के कारण सुबह स्कूल जाना मुश्किल हो गया था।
प्रशासन का बयान
गाजियाबाद के जिला मजिस्ट्रेट ने कहा, “बच्चों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। ठंड के हालात को देखते हुए यह निर्णय लिया गया है। सभी स्कूलों को आदेश का पालन करने का निर्देश दिया गया है।”
गोरखपुर में 15 जनवरी तक अवकाश
गोरखपुर में भी प्रशासन ने शीतलहर के कारण कक्षा 1 से 12 तक के सभी स्कूलों को 15 जनवरी तक बंद रखने का फैसला किया है। जिला प्रशासन ने कहा है कि बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए यह कदम उठाया गया है। शिक्षा विभाग का बयान
गोरखपुर के जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा, “गिरते तापमान और कोहरे की वजह से बच्चों के स्वास्थ्य पर प्रभाव पड़ सकता है। इसलिए 15 जनवरी तक सभी स्कूल बंद रहेंगे। ठंड के हालात के आधार पर आगे का निर्णय लिया जाएगा।”
बच्चों की सुरक्षा प्राथमिकता पर
शीतलहर और कोहरे से बच्चों को ठंड लगने और बीमारियों का खतरा रहता है। प्रशासन ने यह कदम उठाकर बच्चों और उनके अभिभावकों को राहत प्रदान की है।
कोहरे और शीतलहर का प्रभाव
- उत्तर प्रदेश के कई जिलों में तापमान 5 डिग्री सेल्सियस के नीचे पहुंच गया है। घने कोहरे और बर्फीली हवाओं ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है।
- सुबह और शाम के समय तापमान में अधिक गिरावट हो रही है।
- बस और अन्य परिवहन सेवाएं भी ठंड के कारण बाधित हो रही हैं।
- अभिभावकों और शिक्षकों की प्रतिक्रिया
अभिभावकों की राय
अभिभावकों ने प्रशासन के इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि बच्चों की सुरक्षा सबसे जरूरी है। ठंड में स्कूल भेजने से बच्चों को बीमारियों का खतरा था।
शिक्षकों का समर्थन
शिक्षकों ने भी प्रशासन के इस कदम को सही ठहराया। उन्होंने कहा कि ठंड के कारण स्कूलों में उपस्थिति बेहद कम हो रही थी। अवकाश के फैसले से बच्चों और शिक्षकों दोनों को राहत मिलेगी।
प्रदेश के अन्य जिलों में भी बढ़ सकती हैं छुट्टियां
गाजियाबाद और गोरखपुर के अलावा अन्य जिलों में भी ठंड को देखते हुए स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाई जा सकती हैं। स्थानीय प्रशासन मौसम की स्थिति का जायजा ले रहा है और जल्द ही आवश्यक कदम उठाए जा सकते हैं। ठंड से बचाव के उपाय
- बच्चों को गर्म कपड़े पहनाकर बाहर भेजें।
- सुबह और शाम घर में ही रहने की कोशिश करें।
- ज्यादा ठंडे पदार्थों का सेवन न करें।
- हीटर और ब्लोअर का सही उपयोग करें।
- गर्म पेय पदार्थ जैसे सूप, चाय, और काढ़ा पिएं।
ठंड के कारण स्कूलों में छुट्टियां बढ़ाने का प्रशासन का फैसला समयानुकूल है। यह बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के साथ-साथ अभिभावकों और शिक्षकों को राहत देता है। अन्य जिलों में भी प्रशासन को ऐसी पहल करनी चाहिए, ताकि बच्चों के स्वास्थ्य पर ठंड का असर न पड़े।