वजीरगंज की रहने वाली 45 वर्षीया सदफ फातिमा गोमतीनगर के HDFC विभूतिखंड ब्रांच में डिप्टी वाईस प्रेसीडेंट के पद पर तैनात थीं। उनके पिता की मौत पहले ही हो गयी है। उनके परिवार में उनकी बहन सादिया, बहनोई मजहरऔर मां कनीज फातिमा रहती हैं। सदफ के परिवार वाले उनकी स्वस्थ को लेकर चिंतित रहते थे।
बिमारी से हुई है मौत
सदफ के बहनोई मजहर अंसारी ने बताया कि सदफ की मौत उनकी बिमारी की वजह से हुई है। हम किसी पर कोई आरोप नहीं लगा रहे हैं और ना ही थाने में तहरीर देना चाहते हैं। उन्हें कई दिनों से लो ब्लड प्रेशर की शिकायत थी। रविवार को उन्हें प्राइवेट हॉस्पिटल में एडमिट कराया गया था जहां डॉक्टर ने उन्हें आराम करने की सलाह दी थी। अखिलेश यादव ने किया ट्वीट
मामले में सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने ट्वीट किया कि कार्य की दशाओं में सुधार की जगह देश के युवाओं को दबाव झेलने की शक्ति पैदा करने का प्रवचन देकर, दुख के इस माहौल में युवाओं को और भी अधिक व्यथित करनेवाली भाजपाई मंत्री महोदया से आग्रह है कि यदि उनकी सरकार कोई सांत्वना नहीं दे सकती है, कोई सुधार नहीं कर सकती है तो न करे लेकिन इस घटना के संदर्भ में अपनी हृदयहीन और असंवेदनशील सलाह से जनाक्रोश न बढ़ाए।
एक सप्ताह में 35-40 घंटे करे काम: WHO
WHO की एक रिपोर्ट के मुताबिक एक आम इंसान को सप्ताह में 35-40 घंटे तक काम करना चाहिए। प्रोफेशनल काम कभी भी 40 घंटे से ज्यादा नहीं होने चाहिए। भारत में लोग एक सप्ताह में एवरेज 47 घंटे के आसपास काम करते हैं। रिपोर्ट के मुताबिक सप्ताह में 48 घंटे का समय रिक्रिएशन का होना चाहिए।