देश के आम बजट में मिलने वाली हिस्सेदारी तय होने के बाद यूपी सरकार अपने बजट को अंतिम रूप देगी। वित्तीय विशेषज्ञों का मानना है कि इस बार का आम बजट मध्यम वर्ग पर अधिक केंद्रित रह सकता है। साथ ही, देश की अर्थव्यवस्था को तेज़ी से आगे बढ़ाने के लिए बजट में कई महत्वपूर्ण प्रावधान किए जाने की संभावना है।
30 हजार करोड़ ज्यादा मिलने की उम्मीद
वित्तीय विशेषज्ञों के अनुसार, एक फरवरी को पेश किए जाने वाले केंद्रीय बजट में उत्तर प्रदेश को विभिन्न मदों में कुल मिलाकर 3.90 लाख करोड़ रुपये से अधिक की धनराशि मिलने की संभावना है। केंद्रीय करों, शुल्कों और योजनाओं में राज्य की हिस्सेदारी पिछले वर्ष की तुलना में 30 से 35 हजार करोड़ रुपये अधिक हो सकती है। इसके अलावा, केंद्रीय योजनाओं और अन्य मदों में भी धनराशि में बढ़ोतरी की उम्मीद जताई जा रही है। केंद्रीय बजट के बाद तय होगा यूपी का बजट आकार
वित्त विभाग फरवरी के दूसरे सप्ताह में यूपी का बजट पेश करने की संभावना के साथ तैयारियों में जुटा है। विभिन्न विभागों से मिले प्रस्तावों पर चर्चा जारी है, लेकिन सारी तैयारियों के बावजूद राज्य की नजरें पूरी तरह से केंद्र सरकार के बजट पर टिकी हैं। केंद्रीय करों और शुल्कों में यूपी को मिलने वाली हिस्सेदारी में जितनी वृद्धि होगी, राज्य का बजट भी उसी अनुरूप बढ़ेगा।