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प्रदेश में कृषि शिक्षा को लेकर नई ऊर्जा का संचार

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कुलपति, निदेशक और विश्वविद्यालय प्रतिनिधियों की रही सहभागिता
परिणाम घोषित करते समय कृषि निदेशालय में एक छोटा कार्यक्रम भी आयोजित किया गया, जिसमें प्रदेश के चारों कृषि विश्वविद्यालयों के प्रतिनिधि वर्चुअली उपस्थित रहे। इस दौरान UPCATET के आयोजन, परीक्षा प्रक्रिया, पारदर्शिता, मूल्यांकन प्रणाली और काउंसलिंग प्रक्रिया पर भी विस्तार से चर्चा की गई।लखनऊ की रेजीडेंसी को मिलेगा नया रूप- चौड़ी सड़कें, फूड जोन और थीम स्कल्पचर्स से होगा कायाकल्प
निदेशक कृषि जितेन्द्र तोमर ने इस अवसर पर कहा, “हमारा उद्देश्य न केवल छात्रों का चयन करना है, बल्कि उन्हें उच्च गुणवत्ता की शिक्षा प्रदान कर उत्तर प्रदेश को कृषि में आत्मनिर्भर बनाना भी है। हमारा फोकस कृषि आधारित स्टार्टअप्स, जैविक खेती, स्मार्ट एग्रीकल्चर और रिसर्च-इनोवेशन को बढ़ावा देना है।”UPCATET परीक्षा की विशेषताएं
UPCATET परीक्षा उत्तर प्रदेश के चार प्रमुख कृषि विश्वविद्यालयों द्वारा संयुक्त रूप से आयोजित की जाती है:- चंद्रशेखर आज़ाद कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, कानपुर
- सरदार वल्लभभाई पटेल कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, मेरठ
- नरेंद्र देव कृषि एवं प्रौद्योगिक विश्वविद्यालय, अयोध्या
- सम्भल कृषि विश्वविद्यालय (राजकीय कृषि विश्वविद्यालय)
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परीक्षा प्रक्रिया और पारदर्शिता
इस वर्ष की परीक्षा प्रक्रिया को पूरी तरह डिजिटल, पारदर्शी और निष्पक्ष बनाया गया। अभ्यर्थियों को ऑनलाइन आवेदन, एडमिट कार्ड डाउनलोड, परीक्षा केंद्र चयन, और परिणाम देखने तक की समस्त प्रक्रिया ऑनलाइन उपलब्ध कराई गई।परीक्षा के लिए राज्य भर में कुल 51 केंद्रों की व्यवस्था की गई थी। परीक्षा के दौरान किसी भी प्रकार की तकनीकी बाधा या अनुचित गतिविधि की सूचना नहीं मिली, जो कि प्रशासन और आयोजन समिति की सुदृढ़ तैयारी को दर्शाता है।
संयुक्त प्रवेश परीक्षा-2025 का परिणाम घोषित, 27 जून से शुरू होगी काउंसलिंग
महत्वपूर्ण आंकड़े (UPCATET-2025)
- पंजीकृत अभ्यर्थी: 57,214
- परीक्षा में सम्मिलित: 52,630
- कुल सीटें: 14,802
- सफल अभ्यर्थी: 14,802
- लड़कियों की भागीदारी: लगभग 38%
