scriptCG Accident News: डेंजर फोरलेन… मौत बनकर दौड़ रहे वाहन, लापरवाही पड़ रही भारी | CG Accident News: Danger four lane…vehicles running death | Patrika News
महासमुंद

CG Accident News: डेंजर फोरलेन… मौत बनकर दौड़ रहे वाहन, लापरवाही पड़ रही भारी

CG Accident News: महासमुंद जिले में नेशनल हाइवे पर सफर करना काफी खतरनाक हो गया है। एनएच-53 पर वाहनों की स्पीड व मौत भी बेकाबू हो गई है।

महासमुंदMar 13, 2025 / 04:26 pm

Shradha Jaiswal

CG Accident News: डेंजर फोरलेन…मौत बनकर दौड़ रहे वाहन, लापरवाही पड़ रही भारी
CG Accident News: छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले में नेशनल हाइवे पर सफर करना काफी खतरनाक हो गया है। एनएच-53 पर वाहनों की स्पीड व मौत भी बेकाबू हो गई है। 2024 में एनएच-53 पर 81 और एनएच-353 पर 34 लोगों की मौत हुई थी। घोड़ारी से महासमुंद होते हुए खरियार रोड मार्ग एनएच-353 और रायपुर से सरायपाली मार्ग एनएच-53 कहलाता है। दोनों ही हाइवे पर लगातार दुर्घटनाएं ज्यादा हो रही हैं।
यह भी पढ़ें

CG Accident News: सड़क हादसों में नहीं लग रहा लगाम, सालभर में सड़क हादसे में 182 लोगों ने गवाईं जान

CG Accident News: 123 हादसों में 81 की मृत्यु

2025 एनएच-53 पर दो माह में 25 दुर्घटनाएं हुई हैं। इसमें 24 लोगों की मौत हो चुकी है और 58 लोग घायल हुए हैं। एनएच-353 पर 2025 में 17 दुर्घटनाएं हुई हैं और 9 लोगों की मौत हुई है। एनएच-53 पर सफर करना खतरनाक होता जा रहा है। जबकि, सबसे ज्यादा सुविधाएं फोरलेन पर ही दी जा रही हैं। फोरलेन पर विश्राम गृह बने हुए हैं। जगह-जगह ले-बाय बने हुए हैं। जहां ट्रकों को खड़ा किया जा सकता है। इसके अलावा वाहनों की स्पीड के चेक करने के लिए भी यंत्र लगे हुए हैं। इसके बाद भी दुर्घटनाओं में कमी नहीं आ रही है।

दो ही ब्लैक स्पॉट

एनएच-353 पर कोई विश्राम गृह नहीं है और न ही सड़क बहुत ज्यादा चौड़ी है। इसके बाद भी फोरलेन की तुलना में हादसे कम हैं। यातायात शाखा से मिली जानकारी के अनुसार फोरलेन पर वाहनों का दबाव ज्यादा है। रोजाना हजारों की संख्या गाड़ियां चलती हैं। स्पीड और अनियंत्रित ड्राइविंग के कारण हादसे हो रहे हैं।
यातायात शाखा डीएसपी धनेंद्र ध्रुव ने बताया कि हादसों का सबसे बड़ा कारण ओवरस्पीड है। जहां पर स्पीड यंत्र लगे हुए हैं, वहां पर 100 किमी से ज्यादा प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाले वाहनों पर ही कार्रवाई हो सकती है। 100 से नीचे वाले वाहनों पर हम कार्रवाई नहीं कर पाते हैं। पिछले दिनों एनएच-53 में जो दुर्घटना हुई थी, उसका मुआयना किया गया है।

दो माह में 53 लोगों की मौत

जिले में केवल दो ब्लैक स्पॉट हैं। कोडार काष्ठागार के पास व बागबाहरा के मौलीगुड़ा के पास ब्लैक स्पॉट है। जहां सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं। हर साल ब्लैक स्पॉट बनाए जाते हैं और वहां रंबल स्ट्रीप, लाइट व अन्य सुविधाएं प्रदान की जाती है। कुछ ब्लैक स्पॉट को सूची से हटा दिया गया है।
दो माह में सड़क दुर्घटनाओं में 53 लोगों की मौत हो चुकी है। मिली जानकारी के अनुसार जनवरी माह में 60 दुर्घटनाओं में 39 मॄत और 85 घायल हुए हैं। फरवरी माह में 27 दुर्घटनाओं में 14 मृत और 47 घायल हुए हैं। लगातार सड़क हादसे में लोगों की जान जा रही है, लेकिन हादसों को रोकने के लिए कोई प्रयास नहीं किए जा रहे हैं। वहीं दूसरी ओर जिले में ब्लैक स्पॉट की संख्या भी घटकर दो ही रह गई है। 2024 में भी कुल 471 दुर्घटनाए हुई थी। इसमें कुल 282 लोगों की मौत हुई।

Hindi News / Mahasamund / CG Accident News: डेंजर फोरलेन… मौत बनकर दौड़ रहे वाहन, लापरवाही पड़ रही भारी

ट्रेंडिंग वीडियो