लंबे प्रदर्शन के बाद हुई गिरफ्तारी
प्रदर्शन के दौरान करणी सेना परिवार के कुछ कार्यकर्ताओं और पुलिस अधीक्षक अभिषेक आनंद के बीच बातचीत हुई। उसमें पुलिस अधीक्षक ने कार्यकर्ताओं को सीधे तौर पर न्यायालय द्वारा जारी वारंट में गिरतारी की बात कही और 26 जून को भावगढ़ में दर्ज मामले में एसडीओपी से जांच करवाने का आश्वासन दिया। इसके बाद कार्यकर्ता जीवन सिंह शेरपुर के पास पहुंचे और वहां पर पुरी बात की। फिर करीब साढ़े चार बजे जीवन सिंह शेरपुर को पुलिस नई आबादी थाने ले गई और गिरफ्तार किया। धारा 307 के तहत जीवन सिह शेरपुर के खिलाफ 2024 में यह मामला दर्ज हुआ था। इस मामले की जांच अफजलपुर थाना प्रभारी द्वारा की जा रही है।
क्या बोले जीवन सिंह
जीवन सिंह शेरपुर ने कहा कि मैं संविधान को मानने वाला व्यक्ति हूं। मैं न्यायालय के सामने सरेंडर कर दूंगा। मुझ पर झूठे मुकदमे दर्ज करवाए हैं। उनमें जांच हो और उनका निराकरण किया जाए। डीआईजी ने मुझसे कहा कि जांच करवाकर मुझे प्रकरणों से बाहर करवाएंगे। दोनों मामले भावगढ़ थाने में दर्ज है। मुझ पर भावगढ़ पुलिस ने कुछ दिनों पहले फिरौती का मामला दर्ज किया। ऐसा कृत्य मैंने न अभी किया है और न ही पहले कभी किया। मैं सोलर व्यवसायी हूं। बहुत सक्षम हूं।
इधर, एसपी अभिषेक आनंद ने बताया कि जीवन सिंह को 2024 में भावगढ़ थाने में धारा 307 के मामले में धरना स्थल से अभिरक्षा में लेकर गिरतार किया है। 26 जून को भावगढ़ पुलिस ने फिरौती का मामला दर्ज किया है। उसमें जांच करवाकर तथ्यों के आधार पर कार्रवाई की जाएगी।