कब हुआ हादसा ?
हादसा उस समय हुआ जब बस पर्यटक सुविधा केंद्र पर खड़ी थी। घटना के बाद वहां अफरा-तफरी मच गई। बस में फंसे यात्रियों ने खिड़की के शीशे तोड़कर बाहर छलांग लगाई। कुछ लोग अपना सामान बचाने के लिए बस की ओर दौड़े, लेकिन तब तक आग पूरी बस में फैल चुकी थी। यात्रियों का सामान भी बस के साथ जलकर खाक हो गया।
कैसे लगी आग ?
सोमवार को तेलंगाना से 50 यात्रियों का एक दल प्रयागराज महाकुंभ में स्नान के लिए गया था। वहां से लौटते समय वे आज वृंदावन दर्शन के लिए पहुंचे। बस को पर्यटक सुविधा केंद्र पर खड़ा करने के बाद अधिकांश यात्री दर्शन के लिए निकल गए, जबकि ड्राइवर, परिचालक और कुछ यात्री बस में ही रुके रहे।
सिगरेट से लगी आग
घटना के समय बस में बैठा एक यात्री सिगरेट पी रहा था। इस दौरान उसके फोन पर कॉल आई, और वह जलती हुई सिगरेट बस की सीट पर छोड़कर नीचे उतर गया और फोन पर बात करने लगा। सीट से आग बस के पर्दों में फैल गई और कुछ ही मिनटों में पूरी बस आग की लपटों में घिर गई।
मौके पर पंहुचा फायर ब्रिगेड
आग लगने की खबर मिलते ही यात्री बस की ओर भागे, लेकिन तब तक आग विकराल रूप ले चुकी थी। पर्यटक सुविधा केंद्र पर लगे फायर सिस्टम का उपयोग कर आग बुझाने की कोशिश की गई और फायर ब्रिगेड को तुरंत सूचना दी गई। तेलंगाना के बुजुर्ग की हुई मौत
बस में आग लगने के दौरान यह पता चला कि तेलंगाना के एक बुजुर्ग यात्री लापता हैं। साथी यात्रियों ने बताया कि वे आग लगने से पहले बस में ही बैठे थे। इसके बाद दमकल टीम ने बुजुर्ग यात्री की तलाश शुरू की। खोज के दौरान दमकल कर्मियों को बस के अंदर से बुजुर्ग का जला हुआ शव बरामद हुआ।