रोपवे के पुन: संचालन की अनुमति आईआईटी रुड़की की तकनीकी टीम द्वारा निरीक्षण के बाद दी गई है। विशेषज्ञों ने सुरक्षा मानकों की गहन जांच कर रोपवे को सुरक्षित पाया, जिसके बाद इसके संचालन की हरी झंडी मिल गई।
गौरतलब है कि मार्च में रोपवे में तकनीकी खराबी आ गई थी, जिससे तीन ट्रॉलियां प्लेटफॉर्म से टकरा गई थीं। इस घटना के बाद श्रद्धालुओं की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए रोपवे को तत्काल बंद कर दिया गया था।
रोपवे में आई तकनीकी गड़बड़ियों को दूर करने के लिए इंजीनियरों की एक विशेष टीम लगाई गई, और आईआईटी रुड़की की मदद से सभी जरूरी सुधार किए गए। अब पूरी सुरक्षा सुनिश्चित करते हुए इसे दोबारा शुरू किया गया है।
रोपवे के शुरू होने से श्रद्धालुओं को अब राधारानी मंदिर तक पहुंचने में काफी सहूलियत होगी, खासकर बुजुर्गों और दिव्यांग भक्तों के लिए यह सुविधा अत्यंत लाभकारी सिद्ध होगी। स्थानीय प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे रोपवे का इस्तेमाल करते समय सभी सुरक्षा निर्देशों का पालन करें।
बरसाना आने वाले भक्तों के लिए यह न केवल एक बड़ी राहत है, बल्कि आस्था की इस यात्रा को और भी सुंदर और सहज बनाने वाला कदम है।