यह मार्ग खनन और विद्युत उत्पादन के लिए चर्चित सोनभद्र जनपद को मीरजापुर से जोड़ता है। हर दिन इस मार्ग पर दस हजार से अधिक छोटे-बड़े वाहन गुजरते हैं, जिससे दो लेन की सड़क अक्सर भीड़ और जाम से जूझती रहती है। खासकर भारी वाहनों को निकलने में काफी दिक्कत होती है। इसी को देखते हुए इस मार्ग को चौड़ा करने की जरूरत महसूस की गई।
करीब 53 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाली यह सड़क मीरजापुर से होते हुए सोनभद्र, चंदौली और फिर बिहार तक लोगों के आवागमन को सरल बनाएगी। साथ ही सिंगरौली जाने वाले यात्रियों को भी बेहतर सुविधा मिलेगी। 170 किलोमीटर से अधिक लंबी इस सड़क की चौड़ाई बढ़ने से न सिर्फ यातायात में सुधार होगा, बल्कि आर्थिक गतिविधियों को भी रफ्तार मिलेगी।
“मीरजापुर-सोनभद्र मार्ग को दस मीटर चौड़ा किए जाने की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। जल्द ही निर्माण कार्य शुरू होगा,”
— जनार्दन यादव, अधिशासी अभियंता, प्रांतीय खंड, लोक निर्माण विभाग, मीरजापुर.