मामले की सुनवाई करते हुए, एसडीएम युगांतर त्रिपाठी ने दोनों पक्षों को बुलाया और उनके बीच आपसी सहमति से मामले का निस्तारण कराने का निर्देश दिया। यह कदम प्रशासन की ओर से लिया गया, जिससे दोनों परिवारों के बीच की समस्या का सौहार्दपूर्ण समाधान हो सके। समाधान दिवस का आयोजन हर सप्ताह किया जाता है, जिसमें जिलेभर से लोग अपनी समस्याओं को अधिकारियों के सामने रखते हैं, और अधिकारी संबंधित मुद्दों पर त्वरित समाधान की दिशा में कदम उठाते हैं।
समाधान दिवस पर यह मुद्दा बहुत गंभीर रूप से उठाया गया क्योंकि परिवारों के बीच इस तरह के विवादों का निपटारा न केवल कोर्ट के जरिए किया जा सकता है, बल्कि प्रशासनिक स्तर पर भी इसे सुलझाया जा सकता है। एसडीएम ने दोनों पक्षों से विस्तार से बातचीत की और इस समस्या का समाधान परिवारिक समझ से निकालने की कोशिश की। प्रशासन के इस प्रयास से उम्मीद जताई जा रही है कि दोनों परिवार जल्द ही इस मामले का सौहार्दपूर्ण हल निकालेंगे।