पिता, दोस्त और दो शूटर गिरफ्तार
पुलिस ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए आरोपी पिता सतेंद्र सिंह, उसके दोस्त उमर और सुपारी लेकर हत्या करने वाले बदमाश जरीफ व रईस को गिरफ्तार कर लिया है। घटना का खुलासा एसपी अमित कुमार आनंद ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के माध्यम से किया।
ऐसे रची गई साजिश
एसपी के अनुसार, 22 जून की शाम सतेंद्र ने अपने बेटे दीपक को एक पाइप देखने के बहाने दोस्त उमर के घर भेजा। उमर ने पहले से ही बदमाश जरीफ और रईस को सूचना दे रखी थी। दोनों बदमाश शराब की बोतलें लेकर उमर के घर पहुंचे, जहां दीपक को खूब शराब पिलाई गई। रात करीब 10:30 बजे दोनों बदमाश दीपक को बाइक पर बैठाकर पास के जंगल में ले गए और साथ में उमर के घर से एक फावड़ा भी ले गए। शहबाजपुर कलां गांव के जंगल में दीपक के सिर और चेहरे पर फावड़े से वार किया गया, फिर गन्ने के खेत में ले जाकर तमंचे से गोली मारकर हत्या कर दी गई।
पहचान छिपाने के लिए उतारे कपड़े, तोड़ा मोबाइल
हत्या के बाद बदमाशों ने पहचान मिटाने के लिए दीपक के कपड़े उतार दिए और उसका मोबाइल तोड़ दिया। हत्या में इस्तेमाल किया गया तमंचा, फावड़ा और अन्य सामान हाईवे के पास एक अंडरपास में छिपा दिया गया। दीपक के कपड़े और मोबाइल वैक्टेश्वरा यूनिवर्सिटी के पास फेंक दिए गए।
पुलिस को कैसे मिला सुराग
रजबपुर थाना क्षेत्र में शव मिलने के बाद पुलिस जांच में जुटी। मृतक की पहचान गालिबबाड़ा गांव निवासी दीपक के रूप में हुई। पुलिस ने छानबीन की तो एक के बाद एक परतें खुलती गईं। सतेंद्र द्वारा अज्ञात के खिलाफ दर्ज कराई गई एफआईआर की जांच में पता चला कि हत्या की साजिश खुद उसने ही रची थी।
संपत्ति और महिला से संबंध बने हत्या की वजह
दीपक शराब पीने का आदी था और शादीशुदा महिला से उसका लंबे समय से संबंध था। दो साल पहले वह महिला को घर भी ले आया था, जिस पर महिला के पति ने मुकदमा दर्ज कराया था। गांव में कई बार पंचायत हुई, लेकिन दीपक ने महिला का साथ नहीं छोड़ा। साथ ही वह पिता से संपत्ति में हिस्सा मांग रहा था। इसी बात से नाराज होकर पिता ने बेटे की हत्या की योजना बना डाली।
अपराधियों का आपराधिक इतिहास
जरीफ पर बछरायूं, मंडी धनौरा और चांदपुर थानों में तीन मुकदमे दर्ज हैं। रईस पर गजरौला, सैदनगली और गढ़मुक्तेश्वर थानों में आठ आपराधिक मुकदमे, जिनमें चोरी और हत्या की कोशिश शामिल हैं। सतेंद्र सिंह के खिलाफ भी नौगांवा सादात थाना क्षेत्र में मारपीट, धमकी और गाली-गलौज का केस दर्ज है। पुलिस टीम को मिला इनाम
दीपक हत्याकांड का खुलासा करने वाली पुलिस टीम को एसपी ने 25,000 रुपये का नकद पुरस्कार देने की घोषणा की है। इस टीम में रजबपुर थानाध्यक्ष कोमल तोमर, अतरासी चौकी इंचार्ज लवलीश कुमार, सर्विलांस प्रभारी बिजेंद्र मलिक समेत 16 पुलिसकर्मी शामिल थे।