परिवार गया था बाहर
परंपरा सोसायटी में रहने वाले केमिकल कारोबारी दया किशन रस्तोगी पांच मई को अपनी पत्नी रेखा और बेटे ईशान के साथ पुणे गए थे, जहां उनकी बेटी ज्योतिका मेडिकल की पढ़ाई कर रही है। घर पर उनकी 75 वर्षीय मां प्रमोद रस्तोगी थीं। उनकी देखरेख के लिए दो लोग रखे गए थे – नौकर सचिन सक्सेना और नौकरानी अनीता।
आठ मई को खौफनाक वारदात
पुलिस के अनुसार, आठ मई की दोपहर करीब दो बजे आरोपी सचिन ने प्रमोद रस्तोगी की हत्या कर दी। उसी दिन रस्तोगी परिवार को पुणे से वापस आना था, लेकिन उससे पहले ही घर में यह खौफनाक वारदात हो गई।
पैसों के लिए मर्डर
पुलिस पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसे नशे की लत है और उसे पैसों की सख्त जरूरत थी। प्रमोद रस्तोगी अपने कमरे में सो रही थीं। सचिन ने उनके कंगन उतारने की कोशिश की, तभी उनकी नींद खुल गई। उन्होंने विरोध किया और बेटे को फोन करने की धमकी दी। इसी पर गुस्से में आकर सचिन ने पास में रखी हॉकी से उनके सिर पर वार कर दिया, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई।
लूट के बाद बनाया सीन, कपड़े बदलकर किया बहाना
हत्या के बाद आरोपी ने प्रमोद रस्तोगी के सोने के कंगन, चेन, अंगूठी, चांदी की रिंग और मोबाइल लूट लिया। फिर रसोई में जाकर खून से सने कपड़े बदले और नए कपड़े पहन लिए। उसने रसोई में सोने का नाटक किया और जब नौकरानी अनीता नीचे आई और शोर मचाया, तो वह मौके से फरार हो गया। पुलिस की कार्रवाई
एसपी सिटी कुमार रणविजय सिंह ने बताया कि बृहस्पतिवार को पुलिस ने सचिन को गिरफ्तार कर लिया। पूछताछ में उसने अपना जुर्म कबूल कर लिया है। कोर्ट में पेशी के बाद उसे न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।