बढ़ते वायु प्रदूषण को रोकने के लिए एनजीटी ने ईंट-भट्ठों बंद करवाने के निर्देश दिए थे। विभाग ने कागजों में भट्ठों को बंद करने की कार्रवाई दिखाई। इसके बाद जिलाधिकारी के समक्ष एक शिकायत आई थी कि क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड की ओर से एनजीटी में एक्शन टेकन रिपोर्ट (एटीआर) देकर बताया है कि उनके द्वारा जिले में जिन ईंट भट्टों को कार्रवाई करते हुए बंद दिखाया है, वह अभी भी संचालित हैं।
शिकायत का संज्ञान लेते हुए डीएम अनुज सिंह ने आंतरिक समिति को जिले के सभी ईंट-भट्ठों की जांच के निर्देश दिए। आंतरिक समिति की रिपोर्ट में पता चला कि जिले के 12 ऐसे भट्ठे संचालित हैं, जिनकी एनजीटी में बंद होने की रिपोर्ट भेजी गई है। चर्चा है कि हर माह होने वाली जिला स्तरीय बैठक में इन भट्ठों के संचालन की बात उठती थी, लेकिन कार्रवाई नहीं हो पा रही थी।
डीएम अनुज सिंह ने बताया कि सरकारी विभागों में ईंटों की आपूर्ति होने की बात अभी सत्यापित नहीं हो सकी है। लेकिन जिले के 12 ऐसे भट्ठे संचालित मिले हैं, जिनको बंद दिखाया गया है। इस संबंध में क्षेत्रीय अधिकारी प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड को नोटिस जारी कर तीन दिन में स्पष्टीकरण मांगा है। जवाब मिलने के बाद शासन को मामले से अवगत कराया जाएगा।