मिली जानकारी के मुताबिक, धाराशिव जिले के उमरगा तालुका के नारंगवाड़ी गांव में एक युवक ने सोशल मीडिया पर औरंगजेब की तस्वीर के साथ ‘बाप तो बाप रहेगा’ स्टेटस लगाया। बताया जा रहा है कई क्रूर शासक के महिमामंडन वाले स्टेटस से हिंदुत्ववादी संगठन भड़क गए और विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया। बड़ी संख्या में गुस्साए लोग सड़क पर उतर आये।
आरोपी की तुरंत गिरफ्तारी की मांग को लेकर प्रदर्शनकारियों ने उमरगा-लातूर हाइवे पर रास्ता रोको आंदोलन शुरू कर दिया। तनाव बढ़ता देख वरिष्ठ पुलिस अधिकारी दलबल के साथ मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित करने का प्रयास किया। लगभग तीन घंटे तक रास्ता रोको आंदोलन चला, इस दौरान हिंदुत्ववादी संगठनों ने जोरदार प्रदर्शन किया और हाईवे पर टायर जलाकर वाहनों की आवाजाही बाधित कर दी।
इस बीच, उमरगा पुलिस ने तेजी से कार्रवाई करते हुए स्टेटस डालने वाले आरोपी को हिरासत में ले लिया। शुरुआती जांच में पता चला है कि वह नाबालिग है। पुलिस ने किशोर के साथ ही उसके पिता को भी हिरासत में लिया है। फ़िलहाल उमरगा पुलिस स्टेशन में केस दर्ज करने की प्रक्रिया जारी है।
पुलिस बल तैनात कर दिया गया है और अब स्थिति नियंत्रण में है। इस पूरे घटनाक्रम से महाराष्ट्र में औरंगजेब को लेकर बढ़ते विवाद ने एक बार फिर तूल पकड़ लिया है, जिससे कानून-व्यवस्था को लेकर भी गंभीर सवाल खड़े हो रहे हैं।
औरंगजेब का महिमामंडन बर्दाश्त नहीं- CM
हाल ही में महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि महिमामंड होगा तो सिर्फ छत्रपति शिवाजी महाराज का, औरंगजेब के बर्बर विचारों का महिमामंडन या उदात्तीकरण करने वालों के खिलाफ सख्त कानूनी कार्रवाई की जाएगी, उस विचार को तुरंत कुचल दिया जाएगा।
औरंगजेब की कब्र के आसपास लोहे की चादर लगाई गई
इस बीच, महाराष्ट्र के छत्रपति संभाजीनगर के खुल्दाबाद में स्थित औरंगजेब की कब्र के आसपास सुरक्षा और कड़ी कर दी गई है। कब्र को हटाने को लेकर जारी विवाद के बीच बुधवार को औरंगजेब की कब्र के आसपास लोहे के चादरों की बाउंड्री खड़ी की गई है। लोहे के बड़े-बड़े पट्टे (लोहे की चादर) लगाए गए इससे अब कब्र के पास कोई भी बिना अनुमति के नहीं पहुंच सकता है। कई हिंदू संगठनों के साथ ही सत्तापक्ष के नेता भी औरंगजेब की कब्र को हटाने की मांग कर रहे है, जबकि विपक्षी दलों के नेता व दूसरे वर्ग के लोग इसे ऐतिहासिक धरोहर बताकर हटाने का विरोध कर रहे हैं। कब्र को तोड़ने को लेकर मिल रही धमकियों के चलते एसआरपी की एक टुकड़ी तैनात कर दी गई है, जबकि स्थानीय पुलिस पहले से तैनात है।