जाति जनगणना कराने के केंद्र के फैसले पर शिवसेना (यूबीटी) सांसद संजय राउत ने कहा, “राहुल गांधी पिछले दस सालों से जाति जनगणना की बात कर रहे हैं। जिस जाति का जितना हिस्सा है, उनका हक उनको मिलना चाहिए। ये बात देवेंद्र फडणवीस को समझ में नहीं आएगी, क्योंकि उनकी विचारधारा इसके लिए फीट नहीं बैठती है। यह बहुजन समाज की बात है। मोदी कैबिनेट ने भले ही यह फैसला लिया है, लेकिन इसका श्रेय राहुल गांधी को जाता है। सरकार मोदी की है, लेकिन सिस्टम राहुल गांधी का चल रहा है और यह चलता रहेगा। सरकार को झुकना पड़ा…”
‘पहलगाम हमले से ध्यान हटाने के लिए….’
मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए राउत ने आगे कहा, “एक बात यह भी है कि पहलगाम आतंकी हमले के बाद पूरे देश में जिस तरह का माहौल बना है, लोग पीएम मोदी से सवाल पूछ रहे हैं, इसलिए उससे ध्यान हटाने के लिए जल्दबाजी में यह फैसला लिया गया…क्योंकि इतने साल से जाति जनगणना की मांग की जा रही है, लेकिन तब निर्णय नहीं लिया और अब लिया, क्योंकि युद्ध का माहौल है, लोग पीएम मोदी और केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह से सवाल पूछ रहे हैं।”
केंद्र सरकार के जातिगत जनगणना कराने के फैसले पर कांग्रेस ने खुद की पीठ थपथपाई है। केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के बयान पर कहा, “लोकतंत्र में दबाव बनता कैसे है? कांग्रेस दिल्ली हार गए, हरियाणा हार गए, महाराष्ट्र हार गए, किस बात का दबाव? अब केवल वे श्रेय लेने के लिए उछल-कूद कर रहे हैं। पहले उन्हें इस बात का जवाब देना चाहिए कि जब उनकी सरकार थी तब उन्होंने जातिगत जनगणना क्यों नहीं की?… कांग्रेस कभी जनकल्याण के लिए काम नहीं करती केवल वोटों के लिए काम करती है और झूठ फैलाती है।”