मिली जानकारी के मुताबिक, पुणे से शुरू होने वाली ये चार वंदे भारत ट्रेनें शेगाव, वडोदरा, सिकंदराबाद और बेलगावी के लिए चलाई जाएंगी। धार्मिक, व्यापारिक और तकनीकी दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण इन रूटों पर वंदे भारत सेवा से हजारों यात्रियों को सीधा लाभ मिलेगा। हालांकि रेलवे ने अभी तक इन वंदे भारत ट्रेनों के शुरू होने की आधिकारिक जानकारी नहीं दी है, लेकिन जल्द ही इसकी घोषणा होने की उम्मीद है।
पुणे-शेगाव वंदे भारत ट्रेन धार्मिक यात्रियों के लिए खास फायदेमंद साबित होगी। यह ट्रेन दौंड, अहिल्यानगर, छत्रपती संभाजीनगर और जालना जैसे स्टेशनों पर रुक सकती है। पुणे से बड़ी संख्या में श्रद्धालु संत गजानन महाराज के दर्शन के लिए शेगाव जाते हैं, ऐसे में यह ट्रेन उनका सफर तेज और सुविधाजनक बना देगी।
वहीं पुणे-वडोदरा वंदे भारत ट्रेन से महाराष्ट्र और गुजरात के बीच की दूरी और समय दोनों में कमी आएगी। वर्तमान में यह सफर 9 घंटे का होता है, जिसे यह ट्रेन 6 से 7 घंटों में पूरा कर सकेगी। लोनावला, पनवेल, वापी और सूरत जैसे प्रमुख स्टॉपेज पर इसके रुकने की संभावना है। इससे खासकर व्यापारियों और नौकरीपेशा यात्रियों को इस रूट पर बड़ा फायदा होगा।
पुणे-सिकंदराबाद वंदे भारत ट्रेन से भी बड़ी संख्या में लोगों को राहत मिलेगी। इस ट्रेन के जरिए दौंड, सोलापुर और गुलबर्गा होते हुए सिकंदराबाद तक का सफर अब 2 से 3 घंटे कम समय में पूरा किया जा सकेगा। यह ट्रेन विशेषकर व्यावसायिक और आईटी क्षेत्र से जुड़े यात्रियों के लिए लाभकारी मानी जा रही है। महाराष्ट्र और तेलंगाना के बीच कनेक्टिविटी पहले से अधिक मजबूत हो जाएगी।
पुणे से बेलगाव के बीच चलने वाली वंदे भारत ट्रेन सातारा, सांगली और मिरज जैसे स्टेशनों पर रुक सकती है। इससे कर्नाटक के उत्तरी क्षेत्रों और पुणे के बीच का संपर्क पहले से कहीं अधिक सुलभ और तेज़ हो जाएगा। इस मार्ग पर भी यात्रियों का 2 से 3 घंटे का समय बचने की उम्मीद है।
खबर है कि रेलवे पुणे और नागपुर के बीच स्लीपर वंदे भारत ट्रेन चलाने की योजना भी बना रहा है। इससे महाराष्ट्र की सांस्कृतिक राजधानी पुणे और उपराजधानी नागपुर के बीच व्यापार, शिक्षा और पर्यटन क्षेत्र को काफी बढ़ावा मिलेगा।