एक आरोपी अस्पताल में
एएसआई अब्दुल कलाम के पेट और सीने पर धारदार हथियार से कई वार किए गए, जिससे उनकी मौके पर ही मौत हो गई। हत्या के बाद सभी हमलावर मौके से फरार हो गए। पुलिस ने मामले की गंभीरता को देखते हुए दो टीमें गठित कि और वारदात के महज बारह घंटे के भीतर हत्या में शामिल दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया। पकड़े गए आरोपियों की पहचान जियाउद्दीन अहसानुद्दीन (22) और आवेज अयूब खान (22) के रूप में हुई है। तीसरा आरोपी फाजिल साबिर खान (23) के पैर में फ्रैक्चर के कारण उसे इलाज के लिए अस्पताल में भर्ती कराया गया है। अधिकारियों ने बताया कि अस्पताल से छुट्टी मिलते ही उसे भी गिरफ्तार कर लिया जाएगा। 70000 रुपये के लिए था विवाद
प्रारंभिक जांच में इस हत्या के पीछे का कारण पैसों को लेकर विवाद बताया जा रहा है। बताया जा रहा है कि एएसआई अब्दुल कलाम के भाई ने एक महिला से 70 हजार रुपये उधार लिए थे। उस पैसों को लेकर महिला के बच्चों, कलाम के भाई और भतीजे के बीच काफी समय से विवाद चल रहा था। इस मामले में पहले से पुलिस में शिकायत भी दर्ज कराई गई थी। अब्दुल कलाम अपने भाई के पक्ष में खड़े थे, जिससे नाराज होकर आरोपियों ने रंजिश के तहत उनकी हत्या कर दी।
जघन्य वारदात से दहल उठा अमरावती
घटना के बाद पुलिस विभाग ने तेजी से कार्रवाई करते हुए हत्या की साजिश रचने वालों को बेनकाब कर दिया। वरिष्ठ अधिकारियों के मार्गदर्शन में अमरावती पुलिस की टीम ने मात्र कुछ घंटों में आरोपियों को ट्रेस कर पकड़ लिया। हालांकि अब भी पुलिस इस हत्या से जुड़े अन्य पहलुओं की सघन जांच कर रही है। इस वारदात के बाद स्थानीय लोगों में भी रोष देखा जा रहा है। लोगों ने एक पुलिस अधिकारी की सरेआम हत्या को बेहद चिंताजनक बताते हुए दोषियों को जल्द से जल्द सजा दिलाने की मांग की है। पुलिस ने आश्वासन दिया है कि वे इस मामले कि जांच जल्द पूरी कर दोषियों को कड़ी सजा दिलवाएंगे।