आईएमडी वैज्ञानिक सोमा सेन रॉय ने कहा, “आज शाम से पूर्वी राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में आंधी-तूफान की संभावना है। शुक्रवार को मध्य महाराष्ट्र, राजस्थान, मध्य प्रदेश, हरियाणा और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में ओलावृष्टि की संभावना है। इसलिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है…”
पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से महाराष्ट्र के कई जिलों में मौसम का मिजाज बदल गया है। इस समय उत्तर दिशा से हवाएं चल रही हैं, जिसका नतीजा यह है कि प्रदेश में ठंड कम हो गई है और आंधी-बारिश के लिए अनुकूल माहौल बन गया है।
इन जिलों में अलर्ट, किसानों की चिंता बढ़ी
मौसम विभाग ने धुले, जलगांव, नासिक और अहमदनगर में शुक्रवार को आंधी, बारिश और बिजली चमकने के साथ ओले पड़ने की भविष्यवाणी करते हुए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। जबकि पुणे, नंदुरबार, संभाजीनगर, जालना, परभणी, बीड, हिंगोली, अकोला, अमरावती, बुलढाना, नागपुर, वर्धा, वाशिम और यवतमाल येलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में अलग-अलग स्थानों पर आंधी बारिश और बिजली गिरने की संभवना है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बना है, जिसके कारण अगले दो दिनों तक राज्य के कई हिस्सों में बारिश की संभावना है। इस दौरान राज्य के कई हिस्सों में ओले भी पड़ेंगे। इस वजह से राज्य के किसानों पर एक तरफ बारिश और दूसरी तरफ ओलावृष्टि का डबल संकट आने वाला है।
फिर पड़ेगी कड़ाके की सर्दी
उत्तर भारत से आने वाली शुष्क ठंडी हवाओं और अरब सागर से आने वाली वाष्प युक्त हवाओं ने महाराष्ट्र में बारिश जैसे हालत बना दिए है, पिछले दो दिनों से राज्य के कई हिस्सों में बादल छाए हुए हैं।
मौसम विभाग की ओर से दी गई जानकारी के मुताबिक, राज्य में अगले दो से तीन दिनों तक ओलावृष्टि और गरज के साथ तेज हवा और बारिश की उम्मीद है। उसके बाद 30 दिसंबर से राज्य में एक बार फिर कड़ाके की ठंड पड़ेगी।