प्रसव के 8 दिन पहले लगाई फांसी
रुक्मिणी की डिलीवरी की तारीख डॉक्टरों के मुताबिक 29 अप्रैल थी। वह नौ महीने की गर्भवती थी और इसलिए पूरे परिवार में जल्द ही एक नए सदस्य के आने की खुशी थी। रुक्मिणी और सूरज का विवाह पिछले साल 17 मार्च को हुआ था। उनका खुशहाल जीवन अचानक एक गहरे सदमे में तब्दील हो गया जब रुक्मिणी ने अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। इस हृदयविदारक घटना से पहले रुक्मिणी ने एक चिट्ठी भी लिखी, जिसमें लिखा है – “मुझे माफ करना, मुझमें कोई भी अच्छा गुण नहीं है।” मृतका ने यह आखिरी पंक्तियां किसके लिए और क्यों लिखा था, इसका खुलासा नहीं हो पाया है। पुलिस मामले की हर एंगल से जांच कर रही है।
जांच में जुटी पुलिस
सोमवार दोपहर तीन बजे के करीब जब घरवालों ने रुक्मिणी को खाने के लिए बुलाया, तब कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली। दरवाजा बंद था और कोई आवाज नहीं आ रही थी। इसके बाद परिवार के एक सदस्य ने कमरे की खिड़की का कांच तोड़कर अंदर झांका तो रुक्मिणी फंदे से लटकी हुई दिखाई दी।
घटना की जानकारी मिलते ही सांगोला पुलिस मौके पर पहुंची और मामला दर्ज कर लिया गया है। फिलहाल इसे आकस्मिक मृत्यु का मामला माना जा रहा है और आगे की जांच जारी है। शव का पोस्टमॉर्टम सांगोला ग्रामीण अस्पताल में कराया गया, जिसके बाद उसे परिवार को सौंप दिया गया।
मृतक महिला के पति सूरज सीताराम टकले ने पुलिस को घटना की सूचना दी थी। पुलिस ने बयान के आधार पर फ़िलहाल आकस्मिक मौत का मामला दर्ज किया है और जांच कर रही है। इस घटना को लेकर इलाके में हड़कंप मच गया है।