बीजेपी के कद्दावर नेता फडणवीस के 55वें जन्मदिन पर प्रकाशित ‘महाराष्ट्र नायक’ नामक कॉफी टेबल बुक ने राजनीतिक गलियारों में हलचल मचा दी है। इस पुस्तक में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरद पवार गुट) के अध्यक्ष शरद पवार द्वारा लिखा गया लेख चर्चा का केंद्र बना हुआ है, जिसमें उन्होंने फडणवीस की जमकर तारीफ की है। उन्होंने यहां तक कहा है कि उन्हें फडणवीस को देखकर अपने दिन याद आते है। पवार ने फडणवीस की ऊर्जा, मेहनत और राजनीतिक सफर की सराहना की है।
“थकते ही नहीं फडणवीस”
शरद पवार ने लेख में लिखा, “जिस तेजी से देवेंद्र फडणवीस काम करते हैं, वह काबिल-ए-तारीफ है। उनकी ऊर्जा और समर्पण देखकर कई बार सोचता हूं कि वे थकते क्यों नहीं हैं?” उन्होंने यह भी कहा कि फडणवीस की कार्यशैली उन्हें उनके मुख्यमंत्री काल की याद दिलाती है। इस दौरान उन्होंने मजाकिया लहजे में कहा कि हम दोनों का शरीर भले ही एक्टिव शख्स जैसा ना हो, लेकिन काम के मामले में हम में कोई कमी नहीं है। पवार ने फडणवीस के राजनीतिक संघर्ष की भी सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने बहुत कम उम्र में अपने पिता और मार्गदर्शक को खो दिया था, लेकिन इसके बावजूद उन्होंने अपने मेहनत व काम से अपनी जगह बनाई।
वरिष्ठ नेता ने कहा, “राज्य भाजपा अध्यक्ष के रूप में उनके कार्यकाल ने उन्हें मुख्यमंत्री पद तक पहुंचाने में अहम भूमिका निभाई। सत्ता में न होते हुए भी उन्होंने अपनी बौद्धिक क्षमता, संयम और संवाद-कौशल से महाराष्ट्र की राजनीति में छाप छोड़ी।” शरद पवार ने यह भी माना कि भले ही दोनों अलग विचारधाराओं से आते हैं, लेकिन जनसेवा के प्रति समर्पण और मेहनत में कोई फर्क नहीं है।
उद्धव ठाकरे ने भी की तारीफ
देवेंद्र फडणवीस को जन्मदिन की बधाई देने वालों में शिवसेना (उद्धव गुट) के प्रमुख उद्धव ठाकरे भी शामिल रहे। उन्होंने फडणवीस की महाराष्ट्र की प्रगति और आम जनता के लिए किए गए कार्यों की सराहना की। ठाकरे ने इस लेख में कहा कि फडणवीस की काबिलियत केंद्र की राजनीति में जाने जैसी है, उनका सियासी सफर बहुत आगे तक जाएगा। ठाकरे ने कहा कि फडणवीस में केंद्रीय राजनीति वाली क्षमता है। उन्हें भविष्य में राष्ट्रीय स्तर पर महत्वपूर्ण जिम्मेदारी मिलने की संभावना है, क्योंकि उनका सिखने वाला स्वभाव और प्रशासनिक कौशल पार्टी के लिए उपयोगी साबित होगा। देवेंद्र फडणवीस की भाजपा में छवि एक तेजतर्रार, अध्ययनशील और पार्टी के प्रति निष्ठावान नेता की है।