नागपुर के 11 थानों में कर्फ्यू, कमिश्नर के नेतृत्व में पुलिस का फ्लैग मार्च, दंगाइयों की धरपकड़ जारी
Nagpur Violence Update : नागपुर शहर में हुई हिंसा के सिलसिले में 50 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है और पांच प्राथमिकी दर्ज की गई हैं। शहर के 11 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू लागू है।
नागपुर शहर में सोमवार रात हुई हिंसा के बाद अब तनावपूर्ण शांति है। नागपुर के पुलिस कमिश्नर रविंदर सिंघल (Nagpur Police Commissioner Ravinder Singal) ने देर शाम में अन्य पुलिस अधिकारियों के साथ हिंसा प्रभावित क्षेत्र में फ्लैग मार्च निकाला। पुलिस ने इस मामले में कम से कम 50 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। इस उपद्रव में 34 पुलिसकर्मी और पांच अन्य लोग घायल हुए थे। एक व्यक्ति की हालत गंभीर है।
नागपुर के पुलिस कमिश्नर रविंदर सिंघल ने बताया कि हमने मामले दर्ज किए हैं, गिरफ़्तारियां की जा रही हैं। आरोपियों की पहचान की जा रही है। शांति बहाल करने के लिए रूट मार्च किया जा रहा है। सोशल मीडिया मॉनिटरिंग की जा रही है। क्या किसी ने इसकी साजिश रची है और इसमें कितने लोग शामिल हैं, इसकी जांच की जा रही है।
#WATCH | Nagpur, Maharashtra: Police and security personnel conduct a flag march in the violence-hit area to instil confidence among people. pic.twitter.com/Kv0ezSFEi8
नागपुर हिंसा पर छत्रपति संभाजीनगर कलेक्टर दिलीप स्वामी ने कहा, “जिले में स्थिति शांतिपूर्ण है। कल बजरंग दल के सदस्यों ने हमें एक याचिका दी। जिले में पुलिस बल अलर्ट पर है। कमिश्नर और मैं जिले के संवेदनशील इलाकों का दौरा कर रहे हैं। दौलताबाद और खुल्दाबाद के संवेदनशील इलाकों में पुलिस बल तैनात है। हमने लोगों से अफवाह न फैलाने का अनुरोध किया है। पुलिस सोशल मीडिया पर नज़र रख रही है।”
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने नागपुर हिंसा पर मंगलवार को विधानसभा में बयान दिया। उन्होंने बताया कि यह हिंसा एक अफवाह से शुरू हुई। सोमवार दोपहर बाद अफवाह फैली कि बजरंग दल ने औरंगजेब की कब्र हटाने की मांग को लेकर अपने प्रदर्शन के दौरान जिस प्रतीकात्मक कब्र को जलाया, उस पर रखी चादर पर धार्मिक चिह्न था। देखते ही देखते हालात बिगड़ गए, जिसके बाद नागपुर के कई इलाकों में हिंसा भड़क उठी।
11 थाना क्षेत्रों में कर्फ्यू
सीएम फडणवीस ने बताया कि हिंसा में 12 दोपहिया वाहन तोड़े गए और एक क्रेन, दो जेसीबी तथा कुछ चार-पहिया वाहनों में आग लगा दी गई। उपद्रवियों ने कुछ लोगों पर तलवार से हमला किया। हालात तब और गंभीर हो गए, जब डीसीपी रैंक के अधिकारी पर कुल्हाड़ी से हमला किया गया। इस हिंसा में 33 पुलिसकर्मी घायल हुए, जिनमें तीन डीसीपी स्तर के अधिकारी हैं। इसके अलावा, पांच आम लोगों को भी चोटें आईं।
इस मामले में पांच एफआईआर दर्ज की गई हैं। कानून-व्यवस्था को काबू में करने के लिए 11 थाना क्षेत्रों में लोगों के एकत्र होने पर पाबंदी लागू की गई है। साथ ही स्थिति को संभालने के लिए स्टेट रिजर्व पुलिस फोर्स (एसआरपीएफ) की पांच टुकड़ियां तैनात की गई हैं। नागपुर के कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकडगंज, पाचपावली, शांति नगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाडा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्र में आने वाले इलाकों में कर्फ्यू लगाया है।
सीएम फडणवीस ने कहा कि यह हिंसा पूर्वनियोजित मालूम पड़ रही है। उन्होंने आम जनता से शांति बनाए रखने की अपील की है और भरोसा दिलाया कि सरकार इस मामले में सख्ती से निपटेगी। उन्होंने सदन में कहा, किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा। पुलिस ने अच्छा काम किया है। जाति या धर्म देखे बिना कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।