दिसंबर 2028 तक पूरी होगी सुरंग परियोजना
बैठक में उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और अन्य वरिष्ठ अधिकारी भी मौजूद थे। इस दौरान मुख्यमंत्री फडणवीस ने स्पष्ट किया कि इस ट्विन टनल परियोजना को तय समय में पूरा किया जाए और इसमें सुरक्षा व पर्यावरण मानकों का पूरी तरह पालन हो। बैठक के बाद महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने कहा, “ठाणे-बोरीवली ट्विन टनल गेम चेंजर परियोजना है, इसके पूरा होने के बाद डेढ़ से दो घंटे का सफर महज 15 मिनट में पूरा हो जाएगा। मुख्यमंत्री से इस पर चर्चा हुई है…इसका काम दिसंबर 2028 तक पूरा हो जाएगा और हम इसे समय से पहले पूरा करने की कोशिश करेंगे। इससे मुंबई-ठाणे के लोगों के लिए सफर आसान हो जाएगा।”
भूमि अधिग्रहण तेज करने के निर्देश
सुरंग के अंदर उचित वेंटिलेशन सुनिश्चित करने के लिए संजय गांधी राष्ट्रीय उद्यान से अतिरिक्त भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। बैठक में फडणवीस ने वन विभाग को दूसरे चरण की मंजूरी और रात के समय निर्माण कार्य की अनुमति जल्दी देने के निर्देश भी दिए।
बोरीवली की ओर काम को तेजी से आगे बढ़ाने के लिए प्रभावित नागरिकों का पुनर्वास एक महीने के भीतर पूरा करने का आदेश दिया गया है। इसके तहत या तो उन्हें नया घर दिया जाएगा या किराए की राशि प्रदान की जाएगी। इस पूरे प्रक्रिया की निगरानी के लिए एक विशेष अधिकारी की नियुक्ति की जाएगी।
वहीँ, मुख्यमंत्री फडणवीस ने बोरीवली में अडानी और टाटा पावर परियोजनाओं से जुड़ी आवश्यक भूमि का अधिग्रहण जल्द पूरा करने का भी निर्देश दिया है। अडानी पावर को परियोजना से जुड़ी भूमिगत विद्युत लाइन से संबंधित सड़क योजना को अंतिम रूप देने को कहा गया है।
12000 करोड़ रुपये होंगे खर्च
यह जुड़वां सुरंग कुल 11.84 किलोमीटर लंबी होगी, जो ठाणे और बोरीवली के बीच की दूरी को महज 15 मिनट में तय करना संभव बनाएगी। अभी तक इस मार्ग पर पीक अवर्स में डेढ़ से दो घंटे का समय लगता है। इस सुरंग का निर्माण दो चरणों में किया जाएगा, बोरीवली से 5.75 किमी और ठाणे से 6.09 किमी। इसकी कुल अनुमानित लागत 12,057 करोड़ रुपये है। ट्विन टनल से यातायात चालू होने से मुंबई और ठाणे के बीच आने-जाने के लिए ट्रैफिक जाम से राहत मिलेगी, साथ ही यात्रा समय में भी भारी कटौती होगी, जिससे ईंधन की बचत होगी और हर साल लगभग 1.4 लाख मीट्रिक टन कार्बन उत्सर्जन में कमी आएगी।