श्रद्धा, सौंदर्य और संस्कृति का अनूठा संगम
मंदिर परिसर में महिलाओं ने विधिपूर्वक गवर माता को जल अर्पित किया और भक्ति भाव से पूजन किया। गवर माता के एक से बढकऱ एक गीत प्रस्तुत किए गए, जिनमें लोकधुनों की छाप और महिलाओं की सधी हुई प्रस्तुति ने माहौल को धर्ममय बना दिया। श्रद्धा, सौंदर्य और संस्कृति का अनूठा संगम कलश यात्रा में नजर आया।
आज विशेष पूजन होगा
धींगा गवर राजस्थान की महिलाओं की ओर से मनाया जाने वाला लोक और धार्मिक पर्व है। इसमें महिलाएं 16 दिनों तक गवर का व्रत रखकर पूजा करती हैं और सुख-समृद्धि व परिवार की मंगलकामना करती हैं। समाज की विजयलक्ष्मी ने बताया कि कुल 19 महिलाओं का समूह पिछले 16 दिनों से सुबह-शाम गवर माता का पूजन कर रहा है। बुधवार को विशेष पूजन के साथ धार्मिक आयोजन का समापन होगा। इस अवसर पर महिलाएं अलग-अलग स्वांग में नजर आएंगी। कार्यक्रम रात 10 बजे शुरू होगा जो देर रात तक चलेगा।