गौरतलब है कि आनंदपाल गैंग और राजू ठेठ गैंग के बीच वर्षों से दुश्मनी रही है, इसलिए इस घटना को पुरानी गैंगवार से भी जोड़कर देखा जा रहा है।
समर्थकों में रोष, कार्रवाई की मांग
बता दें, धमकी की खबर फैलते ही मंजीतपाल सिंह के समर्थकों में भारी आक्रोश फैल गया। मंगलवार को मंजीतपाल अपने सैकड़ों समर्थकों के साथ डीडवाना जिला पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचे और धमकी देने वाले युवक पर तत्काल कड़ी कार्रवाई की मांग की। उन्होंने पुलिस प्रशासन से स्वयं और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने की अपील की।
अफसरों से नहीं हो सकी मुलाकात
बताया जा रहा है कि मंजीतपाल सिंह अपने साथियों के साथ एक लिखित प्रार्थना पत्र लेकर एसपी ऑफिस पहुंचे थे, लेकिन उस समय जिला पुलिस अधीक्षक और एडीएसपी कार्यालय में उपस्थित नहीं थे। बताया गया कि दोनों अधिकारी किसी सरकारी कार्य से बाहर थे। मंजीतपाल ने जानकारी दी कि वह अगले दिन पुनः प्रार्थना पत्र सौंपेंगे। प्रार्थना पत्र में उल्लेख किया गया है कि मंजीतपाल सिंह सांवराद लाडनूं के निवासी हैं और वर्तमान में एक सामाजिक कार्यकर्ता तथा आनंद परिवार सेवा समिति के अध्यक्ष हैं। उन्हें सोशल मीडिया पर एक अज्ञात युवक द्वारा गंभीर धमकियां मिली हैं।
पहले भी दी गई थी शिकायत
मंजीतपाल के समर्थकों ने यह भी बताया कि इससे पूर्व जसवंतगढ़ थाने में भी लिखित शिकायत दी गई थी, लेकिन कोई ठोस कार्रवाई नहीं की गई। इस लापरवाही की वजह से आरोपी का मनोबल बढ़ा और अब वह खुलेआम धमकी दे रहा है। समर्थकों ने मांग की है कि धमकी देने वाले की पहचान कर तुरंत गिरफ्तारी की जाए, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हों।
2017 में हुआ था आनंदपाल का एनकाउंटर
बताते चलें कि आनंदपाल सिंह कुछ साल पहले राजस्थान का सबसे कुख्यात गैंगस्टर था, जिसका एनकाउंटर वर्ष 2017 में हुआ था। इसके बाद उनके छोटे भाई मंजीतपाल सिंह को भी लंबे समय तक जेल में रहना पड़ा। जेल से रिहा होने के बाद मंजीतपाल ने अपराध की दुनिया से दूरी बनाते हुए सामाजिक कार्यों में सक्रिय भूमिका निभानी शुरू की। वह ग्रामीण विकास, युवा सशक्तिकरण और नशामुक्ति अभियानों में सक्रिय हैं।