पुलिस ने इस वारदात के मुख्य आरोपी भागीरथ (26) पुत्र हनुमानराम मेघवाल निवासी मणूं व उसके साथी रूपेश मेहरा (25) पुत्र रामेश्वरलाल मेघवाल निवासी निबीजोधा और किसनाराम (32) पुत्र शेराराम मेघवाल निवासी मणूं को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में आरोपी भागीरथ मेघवाल ने बताया कि प्रभुराम के उसकी पत्नी से अवैध संबंध थे। पुलिस ने बताया कि इसकी जानकारी मिलने पर प्रभुराम की हत्या की साजिश रची।
गत 26 अप्रेल को भागीरथ ने बस छूटने का बहाना बनाकर कार से घर छोड़ने के बहाने प्रभुराम को बुलाया और वहां से मणूं ले जाकर अपने दो और साथियों रूपेश मेहरा व किसनाराम के साथ मिलकर उसकी हत्या कर दी। इस हत्या को दुर्घटना का रूप देने के लिए उन्होंने मृतक के शव को उसके गांव बल्दू के पास कच्चे रास्ते पर ले जाकर कार सहित जला दिया। भागीरथ ने इससे पहले भी उसे मारने की साजिश रची थी, लेकिन प्रभुराम के नहीं आने के कारण वह सफल नहीं हो पाया । इसलिए उसने इस बार अपनी पत्नी से प्रभुराम को फोन करवाकर बुलाया। इससे वह उसे छोड़ने कार लेकर आ गया और साजिश का शिकार हो गया।
इस मामले में पुलिस अधीक्षक हनुमान प्रसाद मीणा के निर्देशन एवं एएसपी हिमांशु शर्मा के सुपरविजन में थानाधिकारी महीराम विश्नोई, जसवंतगढ़ थानाधिकारी जोगेन्द्र सिंह राठौड़, निबीजोधां थानाधिकारी रामेश्वरलाल एवं महिला पुलिस थाना डीडवाना के थानाधिकारी राजेश के नेतृत्व में गठित टीमों ने प्रकरण कार्रवाई कर खुलासा किया।
भतीजे ने जताया था हत्या का संदेह
डीएसपी विक्की नागपाल ने बताया कि गत 27 अप्रेल की सुबह पुलिस को सूचना मिली थी कि गुणपालिया सरहद में एक कार जल रही थी और उसमें एक व्यक्ति भी जला हुआ है। इस वारदात के बारे में भंवरलाल मेघवाल निवासी बल्दू ने पुलिस को रिपोर्ट देकर अज्ञात लोगों पर उसके चाचा प्रभुराम की हत्या कर गाड़ी सहित जलाने का आरोप लगाया था। पुलिस ने रिपोर्ट दर्ज कर अनुसंधान शुरू किया।