जालाराम ने जिला कलक्टर को सौंपे पत्र में बताया कि वह नागौर के हाउसिंग बोर्ड के पास बीते 2 माह से डेरा लेकर आया था, तब पत्नी और 4 बच्चे साथ थे। 10 दिसम्बर की रात करीब 10 बजे पत्नी, बच्चे खाना खाकर सोये थे। तड़के 4 बजे उठकर देखा तो पत्नी डेरे में नहीं थी। तब आस-पास के डेरों में उसे तलाशा, लेकिन कहीं नहीं मिली। जालाराम ने बताया कि पत्नी उसके 6 माह के छोटे बच्चे सहित गायब हो गई है। उसने पैरों में चांदी की कडि़या, घाघरा-लूगड़ी पहनी हुई है।
जालाराम ने बताया कि 11 दिसम्बर को नागौर के कोतवाली पुलिस थाने में उसने पत्नी की फोटो और गुमशुदगी रिपोर्ट भी सौंपी है, लेकिन अभी तक कोई जानकारी नहीं मिली है। जबकि उसे गायब हुए 10 दिन हो गए हैं। पीडि़त ने बताया कि वह बार-बार पुलिस थाने में भी जा रहा है, लेकिन उसकी सुनवाई नहीं हो रही है। पुलिस स्वयं ढूंढने की बात कह रही है। जबकि वो सभी जगह पर पता करवा चुका है, लेकिन कोई खबर नहीं मिल रही है। जालाराम ने जिला कलक्टर से गुहार लगाई है कि वह उसकी पत्नी को तलाशने में पुलिस को निर्देश करें। उसके छोटे-छोटे बच्चे मां के गायब होने से विपाल कर रहे हैं।