निरीक्षण के दौरान चिकित्सा प्रभारी गैर हाजिर मिले, रोगी पर्ची जारी किए बिना ओपीडी रजिस्टर में फर्जी मरीजों का डाटा दर्ज करना, स्टोर में अवधि पार (एक्सपायर्ड) दवाइयों का भंडारण पाया गया। वहीं चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी को धमकाने, आईपीडी में एक भी मरीज का डाटा नहीं मिलने जैसी कई गंभीर लापरवाही उजागर हुई।
उपखंड अधिकारी ने निरीक्षण के आधार पर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर जिला कलक्टर को सौंपेंगे। सूत्रों के अनुसार, जिला प्रशासन इस मामले में कड़ी कार्रवाई की तैयारी में है। ग्रामीण जगदीश लेगा, मनीराम मुण्डेल, रामजीवणलामरोङ ने घटना पर रोष जताते हुए औषधालय में नियमित चिकित्सक की उपस्थिति और पारदर्शी व्यवस्था की मांग की है।
यह मिला जांच मेंजांच में सामने आया कि शुक्रवार को अंतिम बार अस्पताल आए चिकित्सा प्रभारी डॉ नरेन्द्रबुडानिया को पहले ही पता चल गया कि शनिवार, रविवार व सोमवार को कौनसे मरीज आने वाले है। साथ ही उनको क्या दवाई देनी है उसकी भी जानकारी दर्ज कर दी गई। उपखण्ड अधिकारी भी यह देखकर हैरान रह गए ।
इनका कहना.. निरीक्षण के दौरान काफी अव्यवस्थाएं मिली है। उच्चाधिकारियों को रिपोर्ट बनाकर भेज दी जाएगी। जल्द ही व्यवस्थाओं को सुचारू कर ग्रामीणों को राहत प्रदान करेंगे। लाखाराम चौधरी उपखण्ड अधिकारी, मूण्डवा