पंचायत समिति कार्यालय की तरफ आरसीसी गिरने से सड़क में हुआ गड्ढ़ा , डेढ़ साल पहले बिना उद्घाटन शुरू किया था यातायात
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नागौर. शहर के मानासर रेलवे फाटक पर बनाया गया आरओबी डेढ़ साल बाद ही डैमेज (क्षतिग्रस्त) हो गया । गनीमत रही कि समय रहते पता चल गया अन्यथा बड़ा हादसा हो सकता था।
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आरओबी की डिजायन में रखी गई कमी के बाद अब इसकी गुणवत्ता पर भी सवाल खड़े हो गए हैं। मात्र 20 माह में आरओबी की आरसीसी का एक हिस्सा गिरने से सड़क के बीच बड़ा छेद हो गया है। फिलहाल एनएच के अधिकारियों ने बेरिकेड लगाकर क्षतिग्रस्त हुए भाग पर यातायात बंद करवाया है, ताकि कोई बड़ा हादसा नहीं हो।
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लेकिन बड़ा सवाल यह है कि ठेकेदार की इस लापरवाही को नजर अंदाज कैसे किया गया। गौरतलब है कि इस आरओबी पर अक्टूबर 2023 में बिना किसी औपचारिक उद्घाटन के यातायात चालू किया गया था। अभी पूरे दो साल भी नहीं हुए और गुरुवार को आरओबी का एक भाग क्षतिग्रस्त हो गया। ऐसे में आरओबी की सुरक्षा पर सवालिया निशान लग गए हैं।
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लबे समय से जांच की मांग : आरओबी की डिजायन सही नहीं होने के कारण पिछले डेढ़ साल में एक दर्जन हादसे हो चुके हैं, जिसमें आधा दर्जन लोगों की मौत हो चुकी है। तेजाब से भरा टैंकर पलटने से भी आरओबी को नुकसान पहुंचा, जिसके परिणाम भविष्य में देखने को मिल सकते हैं। हालांकि अधिकारियों ने उस समय गंभीरता नहीं दिखाई। इस संबंध में सांसद हनुमान बेनीवाल ने केन्द्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से जांच की मांग की थी। साथ ही जिला कलक्टर ने कई बार इसकी जांच करने के निर्देश एनएच के अधिकारयों को दिए । गत दिनों नागौर दौरे पर आए पीडल्ब्यूडी के अतिरिक्त मुय सचिव प्रवीण गुप्ता ने भी इसकी जांच के निर्देश दिए थे। अब आरओबी क्षतिग्रस्त होने पर इसकी सुरक्षा व गुणवत्ता की जांच करना आवश्यक हो गया है, अन्यथा भविष्य में बड़ा हादसा हो सकता है।
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आरओबी क्षतिग्रस्त होने की सूचना सबसे पहले पत्रिका के पाठक भदाणा निवासी भींवराज ने पत्रिका संवाददाता को दी। पत्रिका ने जिमेदार अधिकारियों को सूचना दी।
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पत्रिका ने जिमेदार अधिकारियों को सूचना दी। उसके बाद एनएच के अधिकारी मौके पर पहुंचे तथा बेरिकेड लगाकर क्षतिग्रस्त भाग से रास्ता बंद करवाया। जागरूक मुकेश खोजा व महेश ने बताया कि आरओबी क्षतिग्रस्त होने से बड़ा हादसा हो सकता था, लेकिन समय रहते पता चल गया। आरओबी क्षतिग्रस्त होने की सूचना मिलने पर मैं टीम के साथ मौके पर पहुंचा तथा एहतियात के तौर पर डैमेज क्षेत्र में यातायात बंद करवाया। हमने इसके फोटो के साथ पत्र लिखकर जल्द से जल्द मरमत करने के लिए कहा है। ठेकेदार को फोन पर सूचना देकर समय पर मरमत नहीं कराने पर दूसरा विकल्प अपनाने के लिए कह दिया है। दीपक परिहार, एक्सईएन, एनएच, नागौर खंड