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नागौर

घूस लेने पर कम शिकायत करने वालों पर आफत ज्यादा, सच आया सामने

घूसखोरों को पकड़वाने वाले पग-पग पर तिरस्कार सहते हैं। आसपास वाले ही नहीं अपने नाते-रिश्तेदार तक उनको खरी-खोटी सुनाते हैं।

नागौरJul 04, 2024 / 09:03 pm

Sandeep Pandey

लोग एसीबी में शिकायत करने से क्यों डरते हैं,

हकीकत उजागर

नागौर. घूसखोरों को पकड़वाने वाले पग-पग पर तिरस्कार सहते हैं। आसपास वाले ही नहीं अपने नाते-रिश्तेदार तक उनको खरी-खोटी सुनाते हैं। और तो और आरोपी के गली-मोहल्ले वाले तक पीछा नहीं छोड़ते। हकीकत यही है, नागौर एसीबी की इकाई की ओर से हाल ही में हुए जागरूकता कार्यक्रम में यह बात सामने आई। खुद एसीबी के अधिकारी/कर्मचारी मानने लगे हैं कि पीडि़त खुद को पूरी तरह गुप्त रखना चाहते हैं।
सूत्रों के अनुसार पिछले दिनों रजिस्ट्री की नकल के आरोप में पकड़े गए दो जनों के बाद भी यही सामने आया। इससे पहले शिक्षा विभाग में पकड़े गए सहायक प्रशासनिक अधिकारी वाली घटना में भी कमोबेश यही हुआ। असल में घूसखोर के बजाय शिकायतकर्ता को लोगों के गुस्से का शिकार होना पड़ता है। शायद इसी वजह से परिवादी शिकायत करने तो आते हैं पर आधे-अधूरे मन से वापस चले जाते हैं। कुछ का तो सिर्फ यही कहना होता है कि उसे पकड़ो मत, हमारा काम करवा दो। मतलब उनके रुके हुए सरकारी काम को करवा दिया जाए, उन्हें घूस मांगने वाले के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं चाहिए।
पिछले दिनों बासनी में भी भ्रष्टाचार के खिलाफ जागरूकता की मुहिम चलाई गई। यहां भी लोगों से इसी तरह की बातें सुनने को मिली। कुछ का कहना था कि असल में डर तो यह रहता है कि शिकायत करने जाते ही कहीं संबंधित कर्मचारी/अधिकारी को पता नहीं लग जाए। पता लगने पर कहीं उसका कोई नुकसान नहीं हो जाए। एक जने ने तो यह भी कहा कि हमको भी यहीं रहना है, जीवनभर की दुश्मनी कौन मोल ले, वैसे घूसखोरी तो हर डिपार्टमेंट में हो रही है।
पीडि़त हो जाते हैं परेशान
एसीबी में बरसों कार्यरत रहे एक अधिकारी ने नाम नहीं छापने की शर्त पर बताया कि घूसखोर गिरफ्तार हो जाता है, पल-भर में शिकायतकर्ता तक लोग पहुंचने लगते हैं। कुछ जरूर उसकी प्रशंसा करते हैं बाकी उसे फालतू का काम बताते हैं। यही नहीं शिकायतकर्ता को उसके परिजन तक खूब सुनाते हैं। आरोपी के रिश्तेदार-जानकार भी पीडि़त को घेरे रखते हैं। इस तरह का माहौल ठीक नहीं है, घूसखोरी को खत्म करना है तो लोगों को ऐसे शिकायतकर्ताओं का हौसला बढ़ाना चाहिए। किसी के कुछ कहने से नहीं डरना चाहिए, लोगों को आगे आकर भ्रष्टाचार और ऐसे परेशान करने वालों के खिलाफ आगे आना चाहिए।
हिम्मत नहीं जुटा पाते
बताया जाता है कि काम नहीं होने से परेशान कई लोग घूस मांगने पर एक बार तो एसीबी में शिकायत करने की सोचते हैं पर इसकी हिम्मत नहीं जुटा पाते। एक लम्बी प्रक्रिया और फिर आगे तक की दुश्मनी। यही नहीं फिर काम होगा या नहीं, इसकी ङ्क्षचता भी बहुतों को घूसखोरी के खिलाफ शिकायत करने से रोक देती है।
भ्रष्टाचार के खिलाफ आगे आएं

एसीबी की ओर से जगह-जगह जागरूकता फैलाई जा रही है कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आगे आएं। कोई रिश्वत मांगता है तो शिकायत दें। किसी से डरने की जरुरत नहीं है। ऐसे परेशान करने वालों पर पुलिस को सूचित करना चाहिए।
कल्पना सोलंकी, एएसपी एसीबी, नागौर

कर चोरी के आरोप में सरसों के तेल से भरा टैंकर पकड़ा

नागौर. वाणिज्यिक कर विभाग (सीजीएसटी) ने बुधवार को सरसों के तेल से भरा टैंकर पकड़ा है। मुखबिर की सूचना पर अतिरिक्त आयुक्त (सेल्स टैक्स) महेश बी मीणा ने अपनी टीम के साथ यह कार्रवाई बीकानेर रोड पर की। इस दौरान टैंकर के पास जरूरी दस्तावेज नहीं थे। टैंकर में भरे तेल की कीमत करीब 38 लाख बताई गई। कार्रवाई में तीन लाख 84 हजार का जुर्माना जमा किया गया। टीम में भगवत जाजड़ा और मंगाराम भी शामिल थे।

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