नगर में पहली बार हुए एक गैर राजनीतिक अनूठे आयोजन में नागदा को जिला बनाने को लेकर नौजवान पीढ़ी में एक अलग ही उत्साह नजर आया। आयोजक संयोजक बसंत मालपानी ने बताया कि जिला बनाओ समिति ने प्रतिभागी छात्र-छात्राओं से निबंध व भाषण के माध्यम से मंगवाई प्रवतिष्ठियों में नागदा जिला नहीं बना तो आने वाली पीढ़ी को क्या नुकसान होगा विषय पर उनके विचार जाने थे।
नागदा जिला नहीं बना तो …..
इसमें प्रतिभागियों ने ये मुख्य तथ्य उजागर किए कि यदि नागदा जिला नहीं बना तो बेहतर शिक्षा नहीं मिलेगी, रोजगार से मोहताज होंगे। अच्छी स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलेगी। जिले को लेकर विद्यार्थियों के विचारों को मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, सांसद अनिल फिरोजिया, प्रतिपक्ष नेता उमंग सिंगार, पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजयसिंह, प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष जीतू पटवारी को प्रेषित किए जाएंगे। इस ज्ञापन का वाचन चेतन नामदेव ने किया। ये भी पढ़ें: खुशखबरी- 6 दिन बंद रहेंगे स्कूल, बच्चों-टीचर्स दोनों की रहेगी छुट्टी पूर्व सीएम ने की थी घोषणा
जानकारी के लिए बता दें कि साल 2023 में मध्यप्रदेश के पूर्व सीएम शिवराज सिंह चौहान ने चुनावी साल में एक नई घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि उज्जैन जिले के अंतर्गत आने वाले नागदा को जिला बनाया जाएगा। साथ ही उज्जैन शहर में नर्मदा जल लाया जाएगा। जिसके बाद से ही यहां के लोगों प्रयासरत हैं।