जानकारी के अनुसार, डीआरजी और एफटीएफ की संयुक्त टीम 16 जून को नारायणपुर, कोण्डागांव और
जगदलपुर जिलों के सीमावर्ती क्षेत्र ताकिलोड़, रेकावाया और आलबेड़ा की ओर सर्चिंग के लिए रवाना हुई थी। इसी दौरान पूर्व दिशा से घात लगाए बैठे करीब 20-30 नक्सलियों ने सुरक्षाबलों पर जानलेवा हमला कर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी थी।
नक्सलियों का उद्देश्य पुलिस बल को नुकसान पहुंचाना और उनके हथियार लूटना था।इस घटना की विवेचना के क्रम में, 20 जून को डीआरजी और जिला बल की टीम एरिया डोमिनेशन पर एडजुम, आदेर और बडेटोण्डेबेड़ा के जंगलों में पहुंची। इस दौरान सुरक्षाबलों को देख चार संदिग्ध- दो पुरुष और दो महिलाएं- जंगल में छुपने का प्रयास कर रहे थे, जिन्हें हिरासत में लिया गया।
CG Naxal: पूछताछ में
आरोपियों ने बताया कि उन्होंने पुलिस के डर से अपने पास रखे हथियारों को जंगल में छिपा दिया था। उनकी निशानदेही पर पुलिस ने 2 नग 12 बोर बंदूक, 1 नग 315 बोर रायफल, 5 जिन्दा राउंड, और 3 डेटोनेटर बरामद किए। गिरफ्तार आरोपियों को विधिवत गिरफ्तार कर न्यायिक रिमांड पर भेज दिया गया है। पुलिस का दावा है कि यह कार्रवाई नक्सल विरोधी अभियान की एक बड़ी सफलता है और आगे भी यह अभियान निरंतर जारी रहेगा।