दोनों पायलटों के बीच क्या हुई थी बातचीत?
अमेरिकी मीडिया ने अपनी रिपोर्ट में बताया है कि एयर इंडिया के विमान के दोनों पायलटों के बीच आखिरी बातचीत की रिकॉर्डिंग से पता चल रहा है कि कैप्टन ने प्लेन के इंजन का फ्यूल बंद कर दिया था। रिपोर्ट ने बताया गया कि प्लेन में फर्स्ट ऑफिसर ने रनवे से उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद कैप्टन से पूछा कि उन्होंने फ्यूल स्विच को ‘कट-ऑफ’ क्यों कर दिया? इस बातचीत के दौरान ऑफिसर ने तब घबराहट जाहिर की, जबकि कैप्टन शांत रहे।
32 सेकंड में खत्म हो गया सबकुछ
वॉल स्ट्रीट जर्नल ने अपनी खबर में एआईआईबी की एक प्रारंभिक रिपोर्ट का भी हवाला दिया है। जिसमें यह कहा गया है कि दोनों इंजन के फ्यूल स्विच उड़ान भरने के कुछ ही देर बाद, सेकंड भर के अंतराल पर एक के बाद एक कर बंद हो गए। जिसकी वजह से दुर्घटना हुई। बता दें कि उड़ान भरने और दुर्घटना के बीच केवल 32 सेकंड का फासला था। वॉल स्ट्रीट जर्नल ने यह भी बताया कि प्रारंभिक रिपोर्ट में दिए गए विवरणों से पता चलता है कि फ्यूल स्विच को कैप्टन ने ही बंद किया था। अमेरिकी अखबार के अनुसार, रिपोर्ट में यह नहीं बताया गया है कि स्विच गलती से बंद हुई या जानबूझकर।
पायलट यूनियन ने मीडिया रिपोर्ट का किया खंडन
उधर, पायलट यूनियन ने अमेरिकी मीडिया की इस रिपोर्ट का खंडन किया है। इसे पूरी तरह से बेबुनियाद बताया है। फेडरेशन ऑफ इंडियन पायलट्स के अध्यक्ष सीएस रंधावा ने गुरुवार को इस संबंध में बयान जारी किया। रंधावा ने कहा कि रिपोर्ट में कहीं भी यह नहीं लिखा है कि फ्यूल स्विच पायलट की गलती के कारण बंद हुआ था। मैं इस लेख की निंदा करता हूं। अमेरिकी अखबार ने रिपोर्ट को ठीक से नहीं पढ़ा है और हम FIP के माध्यम से उनके खिलाफ कार्रवाई करेंगे।
उन्होंने आगे कहा कि हमने कल एक प्रेस बयान जारी किया था कि किसी भी चैनल, टिप्पणीकार या किसी भी एजेंसी के अध्यक्ष को ऐसी राय नहीं देनी चाहिए, जिसका कोई आधार न हो। विस्तृत रिपोर्ट आने में समय लगेगा; तब तक लोग बिना किसी आधार के अपनी राय दे रहे हैं, जो सही नहीं है।
12 जुलाई को जारी हुई थी रिपोर्ट
एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171 एक्सीडेंट को लेकर विमान दुर्घटना जांच ब्यूरो (एएआईबी) ने 12 जुलाई को प्रारंभिक रिपोर्ट जारी की थी। एएआईबी ने 15 पन्नों की रिपोर्ट में यह बताया गया कि प्लेन दोनों इंजन बंद होने के चलते क्रैश हुआ था। रिपोर्ट में बताया गया कि प्लेन के दोनों इंजन लगभग एक साथ फेल हो गए थे। ये इंजन फ्यूल कंट्रोल स्विच के ‘RUN’ से ‘CUTOFF’ स्थिति में चले जाने के कारण फेल हुए। एक सेकंड के अंतराल में स्विच काम करना बंद कर चुके थे। इससे इंजनों को ईंधन की आपूर्ति नहीं मिल पाई। ऐसे में टेक ऑफ की महत्वपूर्ण स्टेज में ही प्लेन पावरलेस हो गया। रिपोर्ट में दोनों पायलट के बीच हादसे के वक्त बातचीत का भी जिक्र था।
हादसे के वक्त एक पायलट ने दूसरे से पूछा था कि आपने इंजन क्यों बंद कर दिया? इस पर दूसरे पायलट ने कहा, ‘मैंने नहीं किया।’ दोनों इंजन बंद होने के बाद विमान तेजी से नीचे आने लगा। इसके बाद क्रैश हो गया।
यह प्लेन बोइंग का था। इस वजह से बोइंग ने भी रिपोर्ट आने के बाद अपनी प्रतिक्रिया दी। कंपनी ने रिपोर्ट पर एक तरह से नपा-तुला बयान दिया। बोइंग ने अपने बयान में पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त की। इसके साथ जांच में सहयोग करने की भी बात कही। हालांकि, बोइंग ने जांच रिपोर्ट में इंजन बंद होने की बात पर कुछ नहीं कहा।
12 जून को हुआ था हादसा
बता दें कि 12 जून को एयर इंडिया की फ्लाइट एआई171 अहमदाबाद के सरदार वल्लभभाई पटेल अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे से उड़ान भरने के तुरंत बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई थी। इस दुर्घटना में 260 लोगों ने अपनी जान गंवा दी। जिनमें 229 यात्री, 12 चालक दल के सदस्य और 19 लोग जमीन पर थे।