‘क्या गाली देने से देश को फायदा होगा’
अरविंद केजरीवाल ने आगे लिखा कि मेरा उनसे प्रश्न है – क्या मुझे गाली देने से देश का फ़ायदा होगा? आपकी 20 राज्यों में सरकारें हैं। गुजरात में तो आपकी 30 साल से सरकार है। अभी तक आपने वहां पुजारियों और ग्रंथियों का सम्मान क्यो नहीं किया? चलो अब ही कर दो? मैंने अब सबको रास्ता दिखा दिया है। मुझे गाली देने की बजाय आप अपने बीस राज्यों में इसे लागू करो ना, तब तो सबका फायदा होगा? मुझे गालियां क्यों देते हो? बीजेपी ने क्या कहा था
आम आदमी पार्टी की पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना के ऐलान के बाद भारतीय जनता पार्टी ने उन्हें
चुनावी हिंदू केजरीवाल कहा। दिल्ली बीजेपी ने कहा कि जो 10 साल से इमामों को सैलरी बांटता रहा, जिसने मंदिर और गुरुद्वारों के बाहर शराब के ठेके खोले, जिसकी पूरी राजनीति हिंदू विरोधी रही, उसे अब चुनाव आने पर पुजारियों और ग्रंथियों की याद आई?
‘केजरीवाल ने मौलवियों को वादा करके ठग लिया’
वहीं बीजेपी प्रवक्ता गौरव भाटिया (Gaurav Bhatia) ने मंगलवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अरविंद केजरीवाल पर निशाना साधा। इस दौरान भाटिया ने कहा कि दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने मौलवियों को 18 हजार रुपये देने का वादा करके उनको ठग लिया। मौलवियों को पिछले 17 महीनों से रुपये नहीं दिए। अब पुजारियों और ग्रंथियों को ठगने का अरविंद केजरीवाल प्लान बना रहे हैं। AAP की घोषणा हवा-हवाई
बीजेपी प्रवक्ता अमित मालवीय (Amit Malviya) ने कहा कि पिछले 17 महीनों से मौलवियों को सैलरी नहीं मिली है और वे लगातार प्रदर्शन कर रहे हैं। दिल्ली की जनता जानता हैं कि हिंदू विरोधी
आम आदमी पार्टी की यह घोषणा भी केवल हवा-हवाई है।
‘17 महीनों से नहीं मिली सैलरी’
दिल्ली के इमामों का आरोप है कि उन्हें 17 महीनों से वेतन नहीं मिला है। इसको लेकर दिल्ली वक्फ बोर्ड के इमामों ने सोमवार को आप संयोजक अरविंद केजरीवाल के घर के बाहर प्रदर्शन किया था। ऑल इंडिया इमाम एसोसिएशन के चेयरमैन साजिद रशीदी ने कहा कि सैलरी में देरी को लेकर पिछले 6 महीनों से मुख्यमंत्री, दिल्ली के उपराज्यपाल समेत अधिकारियों से मुलाकात कर रहे हैं लेकिन अभी तक कोई समाधान नहीं निकला है।
क्या है पुजारी-ग्रंथी सम्मान योजना
AAP ने सोमवार को पुजारियों और ग्रंथियों को हर माह 18 हजार रुपये देने का वादा किया है। दिल्ली के पूर्व सीएम अरविंद केजरीवाल ने पार्टी कार्यालय में सोमवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि यदि उनकी पार्टी दोबारा सत्ता में आती है तो हर महीने पुजारियों और ग्रंथियों को 18 हजार रुपये की सम्मान राशि दी जाएगी।