बैठक में हुआ दोतरफा संवाद
बता दें कि कांग्रेस ने संगठन की ‘नींव’ जिला इकाइयों को सशक्त करने की पहल के तहत देश भर के जिलाध्यक्षों की बैठक कर रही है। बैठक में दोतरफा संवाद हुआ और जिलाध्यक्षों ने भी अपनी बात रखी।नेताओं की सिफारिशों को नहीं दी जाएगी तरजीह
कांग्रेस अध्यक्ष खरगे ने संकेत दिया कि जिलाध्यक्षों समेत अन्य नियुक्तियों में स्थानीय नेताओं की सिफारिशों को तरजीह नहीं दी जाएगी। चयन का आधार सबसे सक्षम, प्रतिबद्ध और मेहनत होगा। अन्य राज्यों की बैठक तीन व चार अप्रैल को होगी।बन रही कार्ययोजना
पार्टी जिलाध्यक्षों की बैठक में जिला इकाइयों को मंडल स्तर तक सक्रिय रखने के साथ आर्थिक मजबूती देने की कार्ययोजना बना रही है। इसके अलावा चुनावों में जीत के लिए सड़कों पर संघर्ष के साथ वोटर लिस्ट की प्रभावी मॉनीटरिंग जरूरी होगी। पार्टी ने माना है कि राज्य स्तर पर चुनाव जीतने के लिए दीर्घकालिक रणनीति की जरूरत है। इसके साथ नेताओं को एकजुट होकर काम करना होगा। कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने स्पीकर ओम बिरला पर लगाए आरोप, देखें वीडियो…साढ़े तीन घंटे से ज्यादा चली मीटिंग
पहले चरण की यह मीटिंग लगभग साढ़े तीन घंटे से ज्यादा चली। इस बैठक में कर्नाटक, तमिलनाडु, केरल, अरुणाचल प्रदेश, गोवा, लक्षद्वीप, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, पुद्दुचेरी, तेलंगाना, त्रिपुरा व आंध्र प्रदेश जैसे राज्यों के प्रतिनिधि शामिल थे।ऐतिहासिक बैठक थी- पवन खेड़ा
बैठक के बाद कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा कि यह एक ऐतिहासिक बैठक थी। जो पहले चरण की बैठक थी। ये सभी बैठकें गुजरात में होने वाले कांग्रेस अधिवेशन से पहले संपन्न हो जाएगी। यह भी पढ़ें