AI और डीप फेक को लेकर कही ये बात
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव कुमार (Rajiv Kumar) ने गलत सूचना के कुप्रभाव को बढ़ाने में AI और डीप फेक (Deep Fake) की क्षमता के खिलाफ लगातार आगाह किया है। दिल्ली विधानसभा चुनावों (Delhi Elections 2025) की घोषणा करते हुए हाल ही में प्रेस कॉन्फ्रेंस में, CEC ने प्रशासन को गलत सूचना फैलाने के किसी भी प्रयास के प्रति सतर्क रहने और उन्हें रोकने के लिए तेजी से कार्रवाई करने का निर्देश दिया, खासकर जहां भी इससे चुनावी प्रक्रियाओं में विश्वास खत्म होने की संभावना है। उन्होंने राजनीतिक दलों से चुनाव प्रचार में गरिमा और शिष्टाचार बनाए रखने का भी आग्रह किया था। यह सलाह ECI के प्रयासों के अनुरूप है ताकि समान अवसर के लिए AI और सोशल मीडिया का जिम्मेदार उपयोग सुनिश्चित किया जा सके। GELS 2024 के दौरान, आयोग ने सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म के जिम्मेदार और नैतिक उपयोग के लिए दिशा-निर्देश जारी किए थे।
फोटो, वीडियो, ऑडियो में लेबल देना जरूरी
अब एक कदम और आगे बढ़ते हुए, चुनाव आयोग की ओर से हाल ही में जारी की गई सलाह में लेबलिंग और प्रकटीकरण मानदंड पेश किए गए हैं, जिसके तहत पार्टियों को AI तकनीकों की ओर से उत्पन्न या महत्वपूर्ण रूप से परिवर्तित किसी भी फोटो, वीडियो, ऑडियो या अन्य सामग्री को AI-जनरेटेड/डिजिटली / सिंथेटिक सामग्री जैसे संकेतन के साथ स्पष्ट रूप से लेबल करने की आवश्यकता है। इसमें राजनीतिक दलों को अभियान विज्ञापनों या प्रचार सामग्री के प्रसार के दौरान अस्वीकरण शामिल करने की भी आवश्यकता है, जहां भी सिंथेटिक सामग्री का उपयोग किया जाता है।